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यातायात नियम की सख्ती से भागलपुर में तंग चौराहे भी दिखने लगी चौड़ी, इन रूटों पर गाडिय़ों का परिचालन बंद

भागलपुर में बिना परमिट वाले ऑटो अब शहर से गायब हुए। साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस वालों को ही ई-रिक्शा चलाने की इजाजत दी गई है। तिलकामांझी नगर निगम चौराहा भीखनपुर आदमपुर डिक्शन मोड़ स्टेशन चौक कोतवाली चौक खलीफाबाग घंटाघर चौक क्षेत्र में पटरी पर यातायात व्यवस्था है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 09:08 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 09:08 AM (IST)
यातायात नियम की सख्ती से भागलपुर में तंग चौराहे भी दिखने लगी चौड़ी, इन रूटों पर गाडिय़ों का परिचालन बंद
भागलपुर में बिना परमिट वाले ऑटो अब शहर से गायब हुए।

 जागरण संवाददाता, भागलपुर। जगह-जगह व्यस्त समय में मालवाहक गाडिय़ों के प्रवेश के दिन लद गए। तनिक फायदे के लिए चंद दिनों पूर्व तक चौक-चौराहे जो तंग नजर आते थे। एसएसपी निताशा गुडिय़ा के योगदान देने के बाद ही अब तंग चौराहे चौड़ी नजर आने लगी है। पांच जनवरी 2020 को पहले कार्यदिवस को जाम से निजात दिलाने पर बल देने की बात कही थी। एसएसपी की कार्ययोजना का असर दिखने लगा है। अपने प्रशिक्षण काल में भागलपुर की जाम के हालात से वाकिफ निताशा गुडिय़ा ने आते ही जाम के कारणों का पता कर उससे निजात दिलाने को यातायात नियम का कड़ाई से पालन कराना शुरू कर दिया। जिसका असर शहरी क्षेत्र में दिखाई देने लगा है।

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बिना परमिट के ऑटो गायब डीएल वाले चला रहे ई-रिक्शा

यातायात नियम की सख्ती के लिए पुलिस को भ्रमणशील रखते हुए पहले बिना परमिट के ऑटो वालों पर जुर्माना लगाया जाने लगा। नतीजा चंद दिनों में शहरी क्षेत्र से बिना परमिट वाले ऑटो गायब हो गए। इक्का-दुक्का बिना परमिट वाले चोरी-छिपे ऑटो चलने की सूचना पर पुलिस बिना देर किये उन्हें पकड़ ले रही है। ई-रिक्शा चलाने की शहर में इजाजत है। लेकिन बिना ड्राइविंग लाइसेंस के चलाने वाले ई-रिक्शा को झट से जुर्माना लगाया जा रहा है। नतीजा ई-रिक्शा वाले भी सहम गए। जहां-तहां जाम लगाने के बजाय यातायात नियम का अनुपालन करने लगे हैं। बिना परमिट वाले ऑटो चालक और बिना ड्राइविंग लाइसेंस वाले ई-रिक्शा चालक ही चौक-चौराहे को तंग कर काफी दिनों से जाम के हालात पैदा कर रहे थे।

पुलिस एक तरफ यातायात नियम की सख्ती तो दिखा रही है लेकिन उनकी समस्याओं को भी सुनने के लिए उन्हें वार्ता के लिए भी आमंत्रित कर रही है। पुलिस पक्ष की एक मात्र शर्त है यातायात नियम का पूरी तरह अनुपालन करें और ई-रिक्शा चलाएं। बिना परमिट के ऑटो का परिचालन अब बीते दिनों की बात। पहले परमिट लीजिए फिर ऑटो व्यस्त शहर में चलाएं। यातायात नियम के कड़ाई से पालन कराने को यातायात इंस्पेक्टर केके शर्मा, अवर निरीक्षक श्रीकांत महतो के अलावा यातायात पुलिस का चलंत दस्ता शहर के चौक-चौराहों की रोज चक्कर लगा रहे हैं। जाम नहीं लगने से लोग राहत महसूस करने लगे हैं।

इन जगहों पर सुगम हुई आवाजाही

0 तिलकामांझी- आदमपुर-नया बाजार-कोतवाली रोड।

0 तिलकामांझी-पुलिस केंद्र-घंटाघर चौराहा।

0 नगर निगम चौराहा-भीखनपुर-मिरजान चौराहा।

0 घंटाघर चौक- खलीफाबाग-कोतवाली मार्ग।

ऑटो की संख्या 5500 और ई-रिक्शा 2000 से अधिक

जिले में ऑटो की संख्या 5500 है जिनमें अधिकांश दूसरे जगहों के परमिट से शहरी क्षेत्र में आवाजाही करते रहे हैं। यातायात नियम की सख्ती से ऐसा करने वाले चालकों पर नकेल कसने लगी है। 5500 संख्या वाले ऑटो में बहुत से ऑटो के रजिस्ट्रेशन फेल हैं। ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण परिवहन विभाग फिलहाल इसकी अनुमानित संख्या 2000 आंक रही है। ई-रिक्शा चालकों में अधिकांश के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। पांच सालों से जिले में परमिट भी निर्गत नहीं हो रहा है।

लाइसेंस नहीं तो पांच हजार, परमिट नहीं रहने पर देने होंगे दस हजार

यातायात नियम के तहत ऑटो यदि बिना परमिट के पकड़ी गई तो दस हजार का जुर्माना देना होगा। ई-रिक्शा चालक यदि ड्राइविंग लाइसेंस के पकड़ लिए गए तो पांच हजार का जुर्माना देना होगा।

दिन के व्यस्त समय में मालवाहक वाहनों के प्रवेश की होगी जांच

दिन के व्यस्त समय में बाजार क्षेत्र में मालवाहक ट्रकों के प्रवेश करने। उन ट्रकों से माल उतारने के कारण लगने वाले जाम से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। दुकानदार भी परेशान होते हैं। जाम की स्थिति बनी होती है। ऐसा व्यस्त बाजार क्षेत्र में होता है। जाम से जूझने वाले दुकानदारों का कहना है कि मालवाहक दुकानों को रात में प्रवेश कर उससे माल उतारने में जाम जैसी परेशानी से बचा जा सकता है। एसएसपी निताशा गुडिय़ा ने कहा है कि व्यस्त समय में मालवाहक वाहनों के प्रवेश की जांच कराएंगी।  


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