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Srijan scam Bhagalpur: एक्‍शन में CBI की टीम, मनोरमा देवी के बेटे अमित और बहू प्रिया की जब्त संपत्ति को भी देखा

Srijan scam Bhagalpur सृजन घोटाले मामले में सीबीआइ की टीम अब एक्‍शन में दिख रही है। भागलपुर में टीम ने मनोरमा देवी के बेटे अमित और बहू प्रिया की जब्‍त संपत्तियों की जानकारी ली। इस दौरान गार्ड आदि से भी पूछताछ की गई।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Fri, 13 Aug 2021 07:06 AM (IST)Updated: Fri, 13 Aug 2021 07:06 AM (IST)
Srijan scam Bhagalpur: अमित और प्रिया का मकान। इसके सीबीआइ ने जब्‍त कर लिया है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Srijan scam Bhagalpur: सीबीआइ की टीम लगातार दूसरे दिन गुरुवार को एक्शन में दिखी। दो सदस्यीय टीम गुरुवार को जब्त संपत्तियों को देखने पहुंची। साथ ही सबौर स्थित दीपक वर्मा के आवास पर जाकर लंबी पूछताछ की।

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सीबीआइ ने 10 दिसंबर 2020 से एक सप्ताह तक सृजन महिला विकास सहयोग समिति की सचिव रजनी प्रिया और उसके पति अमित कुमार व विपिन की 14 संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की थी। जमीन, मकान व फ्लैट को सील करने के बाद देखरेख के लिए गार्ड की तैनाती की गई थी।

सीबीआइ के अधिकारी जब्त संपत्तियों को देखने के बाद गार्ड से सामान सुरक्षित होने की जानकारी ली। गार्ड से पूछा गया कि जब्त संपत्ति को देखने के लिए कोई आता तो नहीं है। किसी ने कोई पूछताछ तो नहीं की। कोई आरोपित अपनी संपत्ति को देखने तो नहीं पहुंचा। सीबीआइ अधिकारी आरोपितों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया।

सीबीआइ ने प्राणवती लेन, तिलकामांझी, खलीफाबाग, नाथनगर और सबौर में सृजन के आरोपितों की संपत्ति को जब्त किया था। सीबीआइ ने 10 दिसंबर 2020 को सबसे पहले घोटाले की सूत्रधार मनोरमा देवी के पुत्र अमित कुमार की वार्ड नंबर 33 बरहपुरा में स्थानीय पुलिस-प्रशासन की मदद से एक तीन मंजिले मकान को सील किया था। अमित, अमित की पत्नी प्रिया और अमित के मित्र विपिन की 14 संपत्तियों को जब्त किया गया था। सीबीआइ की तीन सदस्यीय टीम अमित के मकान का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया था।

सीबीआइ ने यह कार्रवाई सीआरपीसी की धारा 83 के तहत की थी। अमित ने यह संपत्ति एक दिसंबर 2009 को बरहपुरा निवासी से चार लाख 43 हजार रुपये में खरीदी थी। दूसरे दिन 11 दिसंबर 20 को अमित कुमार व रजनी प्रिया के आलीशान मकान जब्त किया था। छह फ्लैट वाले तीन तल्ला मकान को मनोरमा देवी ने अमित-प्रिया को गिफ्ट में दिया था। इसकी कीमत 64 लाख रुपये आंकी गई है। फिर अमित-प्रिया के गैराज में रह रहे लोगों को खाली कराकर जब्त किया गया। अगले दिन खाली प्लाट को सील किया गया था। फिर खलीफाबाग, तिलकामांझी, सबौर में फ्लैट व दुकान को सील किया गया। नाथनगर में खाली भूखंड को जब्त किया गया था।

इन संपतियों को किया गया था जब्त

अमित कुमार ने 2009 में खलीफाबाग की सुशीला शर्मा से वार्ड नंबर 29 में तीन लाख 43 हजार रुपये में 155 स्वायर फीट दुकान की खरीद की थी। बरहपुरा निवासी मु. बाबर खान के पुत्र से वार्ड नंबर 33 में 3.908 डिसमल जमीन चार लाख 43 हजार रुपये में खरीदी थी। अंगिका विहार निवासी प्रणव कुमार घोष से 2011 में 18 लाख 60 हजार रुपये से फ्लैट खरीदा। फतेहपुर के मु. जावेद से फतेहपुर में 4.5 डिसमल जमीन चार लाख 50 हजार रुपये जमीन खरीद की थी। 2014 में रजनी प्रिया ने मु. जावेद से फतेहपुर में 2.852 डिसमल 16 लाख रुपये में खरीद की थी।

खलीफाबाग निवासी पुरुषोत्तम प्रसाद सिंह, राजेश प्रसाद सिंह, हेमनारायण सिंह से अमित कुमार और विपिन कुमार ने 22 लाख 54 हजार में 2.087 डिसमल जमीन की खरीद की। खलीफाबाग निवासी सत्यदेव प्रसाद सिंह, रंजन कुमार सिंह, माला देवी, निर्मल कुमार सिंह, अवधेश कुमार सिंह से अमित और विपिन ने 2.466 डिसमल जमीन 30 लाख रुपये में खरीदी थी। अमित कुमार ने 2015 में दोगच्छी नाथनगर निवासी भुवनेश्वर यादव से अमित ने चार लाख 64 हजार रुपये में 11.75 डिसमल जमीन की खरीद की थी।

मसोमात मनोरमा देवी ने 2015 में अमित और रजनी प्रिया को वार्ड नंबर 33 में 64 लाख रुपये की जमीन दान में दी। रजनी प्रिया ने गायत्री होम्स से 34 लाख 76 हजार रुपये में वार्ड नंबर 31 में फ्लैट की खरीद की। रजनी प्रिया ने 2016 में मु. शमीम से फतेहपुर में 3.8755 डिसमिल जमीन की खरीद सात लाख 76 हजार रुपये में की। अभिषेक कुमार से रजनी प्रिया ने फतेहपुर में 18 लाख 82 हजार रुपये में 9.4093 डिसमल जमीन की खरीद की। सहदेव यादव से रजनी प्रिया ने 2011 में न्यू विक्रमशिला कॉलोनी में एक लाख 45 हजार रुपये में मकान की खरीद की। 2012 में रजनी प्रिया ने बनवारी साह से नौ लाख 60 हजार रुपये में वार्ड नंबर 33 में जमीन की खरीद की। 2013 में नालंदा की पिंकी कुमारी से अमित कुमार ने सबौर में 10.90 डिसमल जमीन की खरीद 21 लाख 80 हजार रुपये में की थी। इन संपत्तियों को सीबीआइ ने पिछले साल दिसंबर में जब्त की थी।  


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