बोलीं भागवत किंकरी किशोरी जी, भक्तों के अहंकार को भी नष्ट करते हैं भगवान Bhagalpur News
भागलपुर के सजौर थाना अंतर्गत गोवरॉय गांव में श्री श्री 1008 विष्णु महायज्ञ का आयोजन किया गया। यह आयोजन 04 नवंबर 2019 से शुरू हुआ। नौ दिवसीय आयोजन 12 नवंबर 2019 को समाप्त हो जाएगा।
भागलपुर [जेएनएन]। जिस भक्त को ईश्वर की प्राप्ति हो जाती है, उसे अन्य किसी सांसारिक वस्तुओं की चाह नहीं होती। कठोर तप और इच्छाशक्ति के बल पर ही ध्रुव ने ईश्वर को प्राप्त किया। परम पिता परमेश्वर ने जब ध्रुव से पूछा कि उसे क्या चाहिए, तो उसने कहा कि मुझे आपके दर्शन हो गए और आप मुझे मिल गए। आपका सानिध्न और प्रेम मुझे मिला, अब आप मुझे अपनी शरण में ले लें। ध्रुव ने कहा, आपके सिवाय मुझे किसी सांसारिक वस्तुओं और पद की कोई चाह नहीं है। ये बातें शाहकुंड प्रखंड के गोवरॉय गांव के चौधरी तालाब के पास श्री श्री 1008 विष्णु महायज्ञ सह श्रीमद्भागवत रस महामहोत्सव सह मां पार्वती प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ के पांचवें दिन शुक्रवार को भागवत किंकरी किशोरी जी ने कही।
भागवत किंकरी किशोरी जी ने कहा कि ईश्वर अपने भक्तों के मन में अभिमान नहीं रहने देते। उन्होंने राजा बलि के प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि दान देने में सर्वश्रेष्ठ होने के कारण बलि को धमंड हो गया था, जिसे भगवान ने समाप्त किया और राजा बलि को अपना भक्त बना लिया। उन्होंने राम जन्म के कई प्रसंगों का वर्णन किया। किशोरी जी के गाए चाउर चीनी और छिर तीनों मिलकर बनल खीर भजन पर सभी भावविभोर हो गए। प्रवचन के दौरान उन्होंने श्री राम और सीता के जन्म के अलावा फुलवारी में राम-सीता के मिलन का प्रसंग सुनाया। उनके मधुर भजनों और भागवत कथा को सुनने गोवरॉय सहित अन्य गांवों के लोग आ रहे हैं।
इससे पूर्व यज्ञाचार्य सह संरक्षक आनंदमूर्ति आलोक जी महाराज के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। यज्ञ परिसर में स्थापित 55 देवी—देवताओं का लोगों ने दर्शन पूजन किया।
यज्ञ आयोजन समिति के अध्यक्ष बिपिन बिहारी तिवारी ने बताया कि यहां भव्य पार्वती मंदिर का निर्माण किया गया है। इसी दौरान मंदिर में मां पार्वती की प्राण प्रतिष्ठा कराई जा रही है। यज्ञ में लगे मेले में मौत का कुआं, तारामाची, झूले, जादू आदि लगे हुए हैं। सुबह से लेकर मध्य रात्रि तक लोगों की भीड़ रहती है। बिपिन बिहारी तिवारी ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था के अलावा बैठने के लिए आकर्षक पंडाल बनाया गया है। रोशनी के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कोई विशेष इंतजाम नहीं किए जाने पर उन्होंने चिंता व्यक्त किया। यज्ञ परिसर में सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाएं आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं के अलावा ग्रामीण संभाल रहे हैं।