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स्टार्टअप प्रोग्राम का सेंटर बन गया है बीएयू : कुलपति

फोटो ----------------------- सब हेड :- बीएयू में आयोजित तीन दिवसीय किसान विज्ञान कांग्रेस का समापन ----------------------- कैचवर्ड :-संबोधन -देश में पहली बार वैज्ञानिकों की तरह काम करने वाले किसान एक मंच पर आए - इनोवेशन-इक्यूवेशन सेंटर का प्रस्ताव बिहार सरकार को भेजा जाएगा - किसानों के नवाचारों को वैज्ञानिक ढांचा प्रदान करने एवं उद्यम में परिवर्तित करने में मिलेगी मदद - आने वाले समय में राष्ट्रीय नव प्रवर्तन संस्थान अहमदाबाद के साथ किया जाएगा करार ---------------------- संवाद सूत्र,

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 09:17 AM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 09:17 AM (IST)
स्टार्टअप प्रोग्राम का सेंटर बन गया है बीएयू : कुलपति
स्टार्टअप प्रोग्राम का सेंटर बन गया है बीएयू : कुलपति

सबौर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री के स्टार्टअप इंडिया का केंद्र बन गया है। यहां किसानी से जुड़े जो भी नए कार्यक्रम होते हैं उन पर काम करने का अवसर दिया जा रहा है। यह हमारे विश्वविद्यालय को गौरवान्वित करता है। इसी कड़ी में यहां पहली बार किसानों के लिए किसान विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया गया। जिसमें देश के कई राज्यों से आये किसानों की वैज्ञानिक जीवंत प्रस्तुतीकरण आज के वैज्ञानिक रिसर्च में सहयोगी ही नहीं बल्कि मार्गदर्शक भी है। उक्त बातें मंगलवार को बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के स्थापना दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय किसान विज्ञान कांग्रेस के समापन समारोह में अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहीं।

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उन्होंने कहा कि किसानों के नवाचारों को वैज्ञानिक ढांचा प्रदान करने एवं उद्यम में परिवर्तित करने के लिए इनोवेशन-इक्यूवेशन सेंटर का प्रस्ताव बिहार सरकार को भेजा जाएगा। आने वाले समय में राष्ट्रीय नव प्रवर्तन संस्थान, अहमदाबाद के साथ करार किया जाएगा। छात्र - छात्राओं में रचनात्मक सोच को बढ़ाने के लिए उन्हें प्रारंभ से ही इनोवेशन के बारे में बताया जाय। जल्द नवाचारी किसानों को एडजंक्ट प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। कुलपति ने नवाचारी किसानों को यहां आने के लिए दिल से धन्यवाद दिया और विश्वविद्यालय से जुड़े रहने की अपील की।

समापन समारोह को प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आरके सोहाने ने संबोधित करते हुए कहा कि आये हुए किसानों द्वारा यह सुनकर बहुत अच्छा लगा कि बहुत समुचित प्लेटफार्म मिला। यह कार्यक्रम की सफलता का द्योतक है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द मशरूम एवं शहद के किसानों की सेमिनार बिहार में आयोजित की जाएगी। बिरसा मुंडा कृषि विश्वविद्यालय रांची के अनुसंधान निदेशक डॉ. डीएन सिंह, डॉ. विशाल नाथ, डॉ. एसके सिंह आदि ने भी समारोह को संबोधित किया। मंच संचालन डॉ. राम दत्त ने किया।


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