कोडरमा के मोनू की बहन के ससुर और देवर ही निकले हत्यारे, जमुई भेजे गए सुपारी किलर ने काम किया तमाम
मोनू हत्याकांड का पर्दाफाश- मोनू की बहन के ससुर और देवर ने कराई हत्या। सुपारी किलर्स को दी गई 50 हजार की राशि। ससुर और देवर दोनों गिरफ्तार। कुछ दिन पहले हुई थी मोनू की बहन के ससुराल में लड़ाई।
संवाद सहयोगी, जमुई: पुलिस ने कोडरमा जिला के डोमचांच निवासी मोनू हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया है। मामले में मोनू की बहन के ससुर गिरिडीह जिला के तीसरी निवासी दशरथ साव एवं उसके पुत्र सुर्यदेव कुमार को गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को खैरा थाना में प्रेसवार्ता कर उक्त जानकारी एसडीपीओ डा राकेश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि मृतक मोनू की बहन का ससुराल में हिस्सेदारी को लेकर कुछ दिन पूर्व विवाद हुआ था। जिसके बाद मोनू कुछ लोगों के साथ अपनी बहन के घर तीसरी गया था। जहां बहन के ससुराल पक्ष के लोगों का उसके साथ झगड़ा हो गया। उस वक्त मोनू की बहन के ससुर दशरथ साव ने उसे देख लेने की धमकी दी थी।
बाद में दशरथ साव और उसके पुत्र सूर्यदेव ने दो अपराधियों को मोनू की हत्या के लिए 50 हजार की सुपारी दी। दोनों अपराधियों ने बीते 25 सितंबर को मोनू को फोन कर रिजर्व में चरकापत्थर चलने को कहा। जिसके बाद मोनू अपनी स्कोर्पियो लेकर आया और दोनों को बिठाकर चरकापत्थर के लिए निकल गया। उसी रात दोनों ने गरही थाना क्षेत्र के बरमसिया जंगल में गोली मारकर मोनू की हत्या कर दी और फरार हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मोनू के शव को बरामद किया था।
मामले में मृतक के भाई के बयान पर कांड दर्ज किया गया। कांड के पर्दाफाश के लिए मेरे नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जिसमें खैरा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान, गरही थानाध्यक्ष संजीत कुमार एवं जिला आसूचना इकाई के कर्मी को शामिल किया गया। उक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई कर तीसरी गांव में छापेमारी कर दशरथ साव और उसके पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने हत्या कराने में अपनी संलिप्तता स्वीकारी तथा शूटरों के बारे में जानकारी दी है। जिसके बाद पुलिस शूटरों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।