छठ पर्व को ले बढ़ी मिट्टी के बर्तनों की बिक्री
छठ पर्व पर मिट्टी के चूल्हे और बर्तन का महत्व कम नहीं है।
सुपौल(जेएनएन)। छठ पर्व पर मिट्टी के चूल्हे और बर्तन का महत्व कम नहीं है। मिट्टी के चूल्हे पर खरना और अर्घ्य का प्रसाद बनता है। इसलिए बाजार में मिट्टी के बर्तन की मांग बढ़ गई है। कुम्हार द्वारा मिट्टी के बर्तन एवं चूल्हे का निर्माण कर छठ व्रती महिलाओं को बाजार में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सोमवार को खरना को लेकर लोगों ने मिट्टी के चूल्हे व बर्तन की खरीदारी की। मिट्टी के बर्तन बनाने वाले लोगों का रोजगार भी दीपावली व छठ पर्व पर ही निर्भर रहता है। छठ व्रती महिलाओं का कहना है कि जैसे-जैसे लोगों की आर्थिक स्थिति सु²ढ़ होती गई लोग फैशन के दौर से गुजरने लगे। मिट्टी के बर्तन की जगह छठ पर्व में गैस चूल्हे पर खरना तथा अर्घ्य का प्रसाद बनाया जाने लगा है। आर्थिक संपन्नता होने के बावजूद भी कुछ छठ व्रती महिलाएं अब भी मिट्टी के बर्तन पर ही खरना व अर्घ्य का प्रसाद बनाने को महत्व दे रही है।