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पंजे की बलि: बिहार के भ्रष्टाचार से तंग साधु ने श्रीराम की नगरी अयोध्या में उठाया ये कदम, बोला- क्या ही करता?

Bihar News- बिहार के भ्रष्टाचार से आहत एक शख्स ने सरयु नदी पर स्नान करने के बाद अपने पंजे की बलि दे दी। अररिया से श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंचे शख्स ने कई आरोप लगाए। उसका कहना है कि उसके गांव के महादलित आज भी झोपड़ी में ही हैं।

By Jagran NewsEdited By: Shivam BajpaiPublished: Fri, 07 Oct 2022 03:47 PM (IST)Updated: Fri, 07 Oct 2022 04:42 PM (IST)
पंजे की बलि: बिहार के भ्रष्टाचार से तंग साधु ने श्रीराम की नगरी अयोध्या में उठाया ये कदम, बोला- क्या ही करता?
Bihar News- हाथ से अलग किया पंजा, वजह बिहार का भ्रष्टाचार

आनलाइन डेस्क, भागलपुर: श्रीराम की नगरी अयोध्या में सरयू नदी के किनारे स्नान कर एक साधु ने गड़ासा उठाया और एक झटके में अपना दाहिना हाथ काट डाला। मौके पर मौजूद लोगों ने पहले इसे तंत्र-मंत्र साधना समझा और 'पंजे की बलि-पंजे की बलि' ऐसी चर्चा चारों ओर होने लगी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस आनन-फानन में उस शख्स को लेकर अस्पताल पहुंची। इलाज किया गया, इधर पुलिस ने जब उससे पूछा ऐसा क्यों किया, तो उसने बताया मैं बिहार से हूं, वहां व्याप्त भ्रष्टाचार से आहत होकर ये कदम उठाया है।

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मामला बीते तीन अक्टूबर का है, साधु वेश में सरयु तट पर ऐसा करने वाले शख्स की पहचान बिहार के अररिया जिले के भरगामा प्रखंड के सिमरबनी पंचायत निवासी विमल कुमार मंडल के रूप में की गई। विमल ने पुलिस को बयान देते हुए बताया कि उसके गांव में बड़ी संख्या में महादलित रहते हैं। कागजों में तो सभी को आवास और तमाम सरकारी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं है।

उसने कहा कि बड़ी संख्या में लोग झोपड़ी में रह रहे हैं। गांव में कच्ची सड़क है। बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। उसने कई बार सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। इंटरनेट मीडिया पर भी उन्हें मेंशन कर अपनी आवाज बुलंद की है। विमल कहते हैं कि वो समाजसेवी हैं, लिखते-लिखते तंग आ गया इसलिए अब दाहिने हाथ को ही काट दिया। ये रहता तो लिखता रहता।

'लंबे समय से लड़ रहा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई'

विमल मंडल ने कहा कि 8 से 10 साल हो गया, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हुए लेकिन कोई ठोस सुनवाई नहीं हुई। बता दें कि विमल मंडल ने तीन अक्टूबर को पहले अयोध्या के मेघा स्थित सरयू घाट पर डुबकी लगाई थी और फिर नए वस्त्र धारण किए, उसके बाद अपने हाथ का पंजा काट डाला।  साधु वेशधारी को श्रीराम अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां से उसकी हालत गंभीर होने के कारण मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया गया था।

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मेघा चौकी प्रभारी ने कहा कि साधु बिहार के अररिया का रहने वाला है, उसका कहना है कि वो बिहार में भ्रष्टाचार से परेशान है। उसने कई बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। भ्रष्टाचार को लेकर पीएम मोदी को भी उसने पत्र लिखा था। उसके पास से एक फोल्डर मिला है, जिसमें तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए तमाम पत्र संलग्न हैं।


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