भागलपुर-किऊल रेलखंड के नक्सल प्रभावित इस स्टेशन पर आरपीएफ थाना की मंजूरी Bhagalpur News
जमालपुर-किऊल के बीच लगभग 40 किमी की दूरी में न तो जीआरपी थाना है और न आरपीएफ थाना। अभी तक इन इलाकों का ऑपरेट जमालपुर आरपीएफ और जीआरपी करती है।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर-किऊल रेलखंड के नक्सल प्रभावित संवेदशनशील अभयपुर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ थाना खोलने की मंजूरी मिल गई है। जल्द ही यहां रेलवे सुरक्षा बल का थाना काम करेगा। यहां आरपीएफ इंस्पेक्टर की पदोन्नति हो गई है। थाना खुलने से नक्सल प्रभावित मूवमेंट पर काफी हद तक लगाम लगेगा। वहीं, यात्रियों का सफर भी सुखद होगा। दरअसल, जमालपुर-किऊल के बीच लगभग 40 किमी की दूरी में न तो जीआरपी थाना है और न आरपीएफ थाना। अभी तक इन इलाकों का ऑपरेट जमालपुर आरपीएफ और जीआरपी करती है। दूरी ज्यादा होने के कारण इन इलाकों की सुरक्षा भगवान भरोसे ही थी। जबकि जमालपुर-किऊल रेल सेक्शन का धरहरा, मसूदन, अभयपुर, कजरा स्टेशन नक्सल प्रभावित स्टेशन है। नक्सल गतिविधियां बराबर होती है। ऐसे में इस सेक्शन पर रात की ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री सांसत में रहते हैं। नागरिक उड्ययन मंत्रालय के सदस्य आशुतोष कुमार एक सप्ताह पूर्व नई दिल्ली में आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार से मिलकर सेक्शन से अवगत कराया। जनता की मांग पर ध्यान आकृष्ट कराया था। डीजी ने कहा कि वहां थाना पहले से खोलने का प्रस्ताव है। जल्द ही थाना काम करेगा।
नक्सली मूवमेंट पर 72 घंटे का होता है अलर्ट
इस सेक्शन पर नक्सलियों का खौफ इस कदर है कि बिहार के अलावा झारखंड और छत्तीसगढ़ में कहीं भी नक्सली वारदात होती है तो इस सेक्शन पर 48 से 72 घंटे का विशेष अलर्ट रहता है। आरपीएफ और जीआरपी को विशेष चौकसी करनी पड़ती है। ऐसे में यहां आरपीएफ रेल थाना खोला जाना काफी जरूरी था।
कुछ वर्षों में नक्सली वारदातों पर एक नजर
-2005- कजरा स्टेशन पर आरपीएफ जवानों पर हमला, हथियार लूटे
-2013- रेल सुरंग के समीप इंटरसिटी के स्कार्ट पार्टी पर हमला, तीन जवान की हत्या, हथियार लूटे
-2014 घरहरा-अभयपुर स्टेशन के बीच पटरी को उखाड़ा
-26 जनवरी 2017 : रतनपुर स्टेशन समीप पटरी से 49 पेंड्रॉल क्लिप खोले
-वर्ष 2017 के दिसंबर में मसूदन स्टेशन को फूंका
-20 दिसंबर 2017 को 53616 डाउन गया-जमालपुर पैसेंजर के गार्ड और चालक को मसूदन स्टेशन पर कब्जे में लिया
-2017 में नक्सलियों ने सहायक स्टेशन मास्टर को कब्जे में लिया था
-दिसंबर 2017 में 36 घंटे रेल परिचालन ठप हुआ था।