Bhagalpur News : सामुदायिक किचन में गरीबों के निवाला पर डाका... खाने पहुंच रहे 20 लोग, कागजों पर दिखा रहे 300
गरीबों को लॉकडाउन के दौरान भोजन के लिए भटकना नहीं पड़े इसके लिए सरकार ने सामुदायिक किचन चलाने का निर्देश दिया है। लेकिन सबौर के सामुदायिक किचन तक गरीब नहीं पहुंच पा रहे है। इसका लाभ अफसर उठा रहे हैं। कागजों पर ही गरीबों को भोजन करा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, भागलपुर। प्रखंड मुख्यालय सबौर में चल रहा सामुदायिक किचन महज खानापूर्ति बन कर रह गया है। प्रचार प्रसार की बात करें तो मुख्यपथ में कहीं छोटा भी बोर्ड नहीं लगा है ताकि वह देख जरूरतमंद राहगीर पहंच सके। साफ सफाई की स्थिति यह है कि घास पर बेंच डेस्क लगाकर खिलाया जा रहा है। टेंट में हल्की बारिश होने पर चारो ओर पानी गिरता है। इतनी उम्मस के बावजूद टेंट में एक भी पंखा तक नहीं लगाया गया है। 20 से 25 व्यक्ति को भोजन कराकर दो से तीन सौ का लिस्ट बनाया जा रहा है।
उक्त बातें नाथनगर विधान सभा के विधायक अली अशरफ सिद्दीकी ने कही। वह शनिवार को सामुदायिक किचन की व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने मौके पर सामुदायिक किचन के प्रभारी की अनुपस्थित पाकर बिफरे और डीएम से यहां की बत्तर स्थिति से रूबरू पत्र के माध्यम से करने की बात कही। विधायक ने स्पष्ट कहा की एक तो प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण गरीब निसहाय को जानकारी नहीं है। सही जगह पर किचन का स्थल चयन नहीं किया गया है और न ही इसके बारे में कहीं बोर्ड आदि देकर जानकारी करने का प्रयास ही किया गया है। कुलमिलाकर गरीबों की विपदा की घड़ी में चलाया जा रहा कार्यक्रम लूटो और बांटो की तर्ज पर चल रहा है। इससे यहां की जनता मर्माहत और आक्रोशित है। लगातार शिकायत मिल रही है। सब कुछ लिपापोती हो रहा है। आम जनता को कोई देखने वाला नहीं है। विधायक ने भोजन का नमूना लेकर गए जिसके गुणवत्ता की जांच कराएंगें।
कोविड 19 के नोडल पदाधिकारी अमर साह ने कहा की सरकार को ऐसी बदतर हालात की जानकारी दी जाएगी। व्यवस्था में कमी नहीं कुव्यवस्था का आलम है। विधायक के साथ प्रखंड राजद के अध्यक्ष गुड्डु यादव, सुमंत यादव, प्रताप प्रपुन यादव आदि उपस्थित थे। विधायक इससे पहले सबौर प्राथमिक स्वास्थ केंद्र का निरीक्षण किया। जहां शिकायत नहीं मिली। उन्होंने एक लिखित प्रश्नावली दिया। जिसका जवाब दो दिनों के अंदर अस्पताल को देने का निर्देश दिया।