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Flood in Seemanchal: सड़क पर बह रहा नदी का पानी, कचना सहित ये इलाके टापू में तब्दील

सीमांचल में बाढ़ का पानी रोड पर बह रहा है। कचना का चारों ओर से संपर्क टूट गया है। केवल नाव के सहारे आवागमन की मजबूरी है। बाढ़ प्रभावित इस इलाके के लोगों ने बाढ़ के कारण हुए नुकसान हुए एवं उसके समाधान के लिए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 08:37 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 08:37 PM (IST)
Flood in Seemanchal: सड़क पर बह रहा नदी का पानी, कचना सहित ये इलाके टापू में तब्दील
अररिया में कटाव की जद में घर

अररिया, जेएनएन। विगत दिनों सिकटी प्रखंड के नूना नदी में आई बाढ़ से नदी की बदली धारा ने पड़रिया, दहगामा एवं खोरागाछ पंचायत में भारी तबाही मचायी। मंगलवार को भी नदी का पानी गांव घर एवं सड़क के उपर बह रहा है। कचना का चारों ओर से संपर्क टूट गया है। केवल नाव के सहारे आवागमन की मजबूरी है। बाढ़ प्रभावित इस इलाके के लोगों ने बाढ़ के कारण हुए नुकसान हुए एवं उसके समाधान के लिए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

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पड़रिया वार्ड ग्यारह के युवा कमर खुर्शीद ने बताया कि नूना ने पुरानी धारा को छोड़कर नई धारा बनाकर पड़रिया और दहगामा पंचायत के बीच होकर बहना शुरू कर दिया। जिससे पड़रिया के वार्ड एक से छह सालगोड़ी, कचना एवं बांंसबाड़ी तक काफी नुकसान हुआ है। सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिली। बेवश लोगों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं लोगों से सहायता ही मिली। जब तक नेपाल सीमा से अंत तक नदी की दो ओर तटबंध बनाकर बोल्डर नही दिया जाएगा। यह समस्या आती रहेगी। नदी के तटबंध को मजबूत बनाने से ही स्थायी समाधान निकल सकता है। कई परिवार के घर कट गए। उन्हें सहायता मिलनी चाहिए।

कचना वार्ड चार के सामाजिक कार्यकर्ता रमीज अहसन ने बताया कि हर वर्ष बाढ़ तो आती रही है। नदी की नई धारा बनने से सारा पानी इसी निचले क्षेत्र होकर बहने लगा है। अभी भी घर आंगन व सड़क पर पानी है। प्रखंड के सबसे पिछड़ा पंचायत पड़रिया में ये हालात को सदियों से नजर अंदाज किया जा रहा है। यहां की जनता इसे हर साल बर्दाश्त करती हैं। इस हालात को देखते हुए प्रशासन से अनुरोध है कि पानी सूखते ही जितना जल्द हो सके जल विभाग के जरिये बोल्डर देकर नूना नदी के तटबंध को मजबूती से बांधकर पूरे पंचायत को बाढ़ से सुरक्षित किया जाय ताकि आने वाले दिनों में इससे निजात मिल सके।

कचना मनीर टोला वार्ड चार के इलताफ अंसारी ने बताया कि पांच दिन तक घर में पानी से घिरा रहा। आज नाव के सहारे करीब डेढ़ किमी चलकर बगुलाडांगी होकर निकल पाया हूं। पूरे पड़रिया पंचायत बाढ़ से प्रभावित है, लेकिन प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। लोगों के घर चुल्हे नहीं जल रहे। लोग स्थानीय सहायता के भरोसे जी रहे हैं। फसल डूबकर पूरी तरह बर्बाद हो गई है। टोले से निकलने का एक मात्र सहारा नाव ही है। अभी भी गांव एवं सड़क पर पानी है।

पड़रिया वार्ड नौ के फजलुरहमान का घर नदी की नई धारा में कटकर बह गया। अभी रिश्तेदार के घर शरण लिए हुए हैं। इन्होंने बताया कि हम लोगों का घर पड़रिया एवं दहगामा पंचायत की सीमा पर था। नदी की नदी में पक्के का मकान कटकर बह गया। करीब दस लाख से अधिक की क्षति हुई है। घर का सारा सामान भी बह गया। मजबूरी में दूसरे के घर आश्रय लिए हुए है। अब तक केवल तीन मीटर प्लास्टिक के सिवा कुछ नहीं मिला। मेरे साथ अलाउद्दीन एवं जैनुद्दीन का घर भी कटकर बह गया है।

सालगोड़ी वार्ड एक के वसीकुर रहमान ने बताया कि पूरी बस्ती में पानी घुस गया। लोगों को काफी कठिनाई हो रही है। अभी भी धारा से पानी गांव होकर बह रही है। कई दिन से लोग स्थानीय सहायता के सहारे जी रहे है। सरकार की ओर से मदद नदारद है। साल गोड़ी से पश्चिम सड़क को बाढ़ ने तहस नहस कर दिया है। कई जगह सड़क कट गई है।

दहगामा वार्ड एक के माजुद्दीन का पक्का मकान भी नई धारा के कटान का भेट चढ़ चुका है। उन्होंने बताया कि एक एक पैसा जोड़कर घर बनाया। जिसमें रोजी रोटी के लिए दुकान भी चलाता था। लेकिन इस बार के बाढ़ ने सब बर्बाद कर दिया। लाखों की क्षति हुई। इसका भरपायी कैसे कर पाऊंगा। खेती बाड़ी भी सब चौपट हो गई।


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