बोले वायु सेना के सेवानिवृत्त कोमोडोर - 'तना सीना भारत का, झुका सिर पाकिस्तान का'
पुलवामा घटना के बाद सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए सेना को खुली छूट दे दी। फिर क्या था वायु सेना ने अपनी पराक्रम का अद्भुत परिचय दिया।
भागलपुर [जेएनएन]। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था। इससे पूरा देश गुस्से में था। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को कड़ा जबाव दिया। वायु सेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट पर एयर स्ट्राइक कर आतंकियों के ठिकाने को ध्वस्त कर दिए। भारतीय वायु सेना के इस पराक्रम से जहां विश्व पटल पर देश का सीना तना है, वहीं पाकिस्तान का सिर झुका है। अगर पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना जारी रखेगा तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
उक्त बातें दैनिक जागरण में 'क्या हासिल हुआ बालाकोट पर हमले से' विषय पर आयोजित बौद्धिक परिचर्चा में वायु सेना के सेवानिवृत्त कोमोडोर अजीत सहाय ने कही। उन्होंने कहा कि पुलवामा घटना के बाद सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए सेना को खुली छूट दे दी। फिर क्या था वायु सेना ने अपनी पराक्रम का अद्भुत परिचय दिया।
उन्होंने कहा कि भारत की वायु सेना से पाकिस्तान की वायु सेना काफी कमजोर है। ऐसे हमले का जबाव देने में वह सक्षम नहीं है। भारतीय वायु सेना की तैयारी ऐसी मुकम्मल थी कि पाकिस्तान के लिए अंदाजा लगाना भी आसान नहीं था। भारत के 12 मिराज लड़ाकू विमान सीमा पार हुए और 19 मिनट के भीतर हमले को अंजाम देकर वापस लौट आए थे। इसमें इजरायल से क्रय किए गए स्पाइस बम का उपयोग किया गया था।
वहीं पाकिस्तान भारतीय सेना के विरुद्ध एफ-16 का उपयोग कर खुद फंस गया। यह इसलिए कि अमेरिका ने यह युद्धक विमान उसे आतंकियों के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए दिया था। दरअसल, पाकिस्तान गरीब देश है। दूसरे देशों से मिली सहायता से उसकी व्यवस्था चलती है। जबकि भारत आर्थिक रूप से मजबूत है। इसके पूर्व बौद्धिक परिचर्चा का विषय प्रवेश संपादकीय प्रभारी संयम कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने कहा एयर स्ट्राइक के बाद वैश्विक स्तर पर भारत का नया चेहरा सामने आया है।