बिहार समाचार: 16 बच्चों का रेस्क्यू...कटिहार से यूपी क्यों जा रहे थे? जवाब में संदिग्ध बाल श्रमिक बोले- मदरसा
Bihar News बिहार के खगड़िया जिले में कटिहार-बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन से 16 बच्चों का रेस्क्यू किया गया। संदिग्ध बाल श्रमिकों को कटिहार से यूपी ले जाया जा रहा था। पहले तो ये बच्चे जवाब नहीं दे पा रहे थे लेकिन बाद में...
जागरण संवाददाता, खगड़िया: 16 संदिग्ध बाल श्रमिकों को सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई की टीम ने जीआरपी के सहयोग से सोमवार रात को बरामद किया गया है। सभी बच्चों को कटिहार-बरौनी एक्सप्रेस से बरौनी ले जाया जा रहा था। वहां से बच्चों को यूपी के एक मदरसा में ले जाना था। बच्चे कटिहार जिले के काढ़ागोला और कोढ़ा के हैं। जीआरपी ने मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद इन्हें मुक्त कर दिया गया।
हिरासत में लिए गए कटिहार जिले के काढ़ागोला के म. नुमान और गुरमेला के मु. साहेबउद्दीन ने दो बच्चों को अपना पुत्र बताते हुए अन्य बच्चों को रिश्तेदार बताया है।
इन्होंने बताया कि बच्चों को मदरसा में भेजा जा रहा है। कई बच्चे इन दोनों को पहचान भी नहीं रहे थे। बरामद बच्चों को सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई हरिशंकर सिंह एवं बाल कल्याण पदाधिकारी प्रदीप कुमार के निर्देश पर खगडिय़ा चाइल्ड लाइन के हवाले किया गया। ये बच्चे बाल कल्याण समिति को सौंपे जाएंगे। चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला कोआर्डिनेटर मुकेश कुमार ने बताया कि बरामद बच्चों को बाल कल्याण समिति, बेगूसराय भेजा जा रहा है।
- - दो लोगों को हिरासत में लेकर जीआरपी ने बाद में किया मुक्त
- - बाल कल्याण समिति बच्चों को पहुंचाएगी उनके घर
बच्चों ने फिलहाल बाल श्रम या जबरन ले जाने की बात से इन्कार किया है। उन्होंने कहा कि बाल कल्याण समिति सत्यापन कर सभी बच्चों को उनके परिवार के लोगों को सौंपेगी। अगर सत्यापन में मदरसा ले जाने की बात साबित नहीं होती है, तो दोनों आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी। इधर, महेशखूंट जीआरपी के थानाध्यक्ष सुदामा राम ने बताया कि बच्चों को चाइल्ड लाइन केहवाले किया गया है। फिलहाल किसी तरह की आपत्तिजनक स्थिति नहीं पाई गई। इस कारण हिरासत में लिए गए दोनों लोगों को मुक्त कर दिया गया। बता दें कि बिहार में पुलिस बाल श्रमिकों को लेकर अलर्ट मोड पर है।