घटी धूप की तल्खी, कुहासे में लिपटने लगी रातें, रेंगने लगी गाड़ियां
मौसम के मिजाज में लगातार हे रहे बदलाव से कोहरे काा कहर बढ़ने लगाा है । रात में वायुमंडल में नमी की मात्रा बढ़ जाती है । पिश्चमी हवा भी अब सिहरन बढ़ा रही है। इससे लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
सुपौल, जेएनएन। ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। दिन में धूप की तल्खी घटने लगी है, रात में वायुमंडल में नमी बढ़ जाती है जिससे रातें कुहासे में लिपटने लगी है। धान की थ्रेसिंग व खेतों की जोताई से उडऩे वाले धूल से ओस और घना हो जाता है और हवा सिहरन पैदा करती है। वायुमंडल की नमी आनेवाले दिनों में और बढ़ेगी जिससे दृश्यता भी घटेगी।
हवा में बढ़ रही है नमी की मात्र
दीपावली से ठंड की शुरुआत हो जाती है। इस साल अधिक मास के कारण दीपावली एक महीने बाद हुई लिहाजा ठंड का बढऩा लाजिमी है। छठ बाद तो ठंड ने जैसे जोर ही पकड़ लिया है। शाम होते ही ठंड बढ़ जाती है और दिन भर गुनगुनी धूप रहती है। रात में हवा में नमी बढऩे लगी है जिसका नतीजा है कि रात में कुहासा छाने लगा है जो सुबह में देर तक रहता है। कुहासा के गहराने का कारण धान की थ्रेसिंग और गेहूं खेत की तैयारी भी है। धनकटनी के साथ ही धान की बड़े पैमाने पर हो थ्रेसिंग रही है। थ्रेसर में धान तैयारी करते वक्त काफी मात्रा में धूलकण उड़ते हैं। इसी तरह गेहूं के खेतों की भी जोताई हो रही है। ट्रैक्टर से जोताई में धूल खूब उड़ती है। इस धूलकण को जब हवा की नमी मिलती है तो कुहासा घना हो जाता है। सोमवार की दोपहर 12 बजे तक वातावरण मे नमी 42 फीसद थी जो शाम छह बजे तक 67 फीसद पर पहुंच गई। रात नौ बजे तक इसके 75 फीसद तक पहुंच जाने का अनुमान है। अगले कुछ दिनों में नमी और बढ़ती जाएगी।
बुजुर्ग और बच्चे बरतें एहतियात
डॉक्टर की राय में भी ठंड में खासकर बुजुर्गों और बच्चों को विशेष परहेज की आवश्यकता होती है। बुजुर्ग एवं बच्चों को धूप निकलने तक बंद घर में ही रहना चाहिए। घर से निकलते वक्त गर्म कपड़े पहनकर निकलना चाहिए। ब्लड प्रेशर और मधुमेह के मरीज नियमित जांच करवाएं और दवा का सेवन करें। मॉर्निंग वाक करनेवाले धूप निकलने के बाद ही घूमने जाएं साथ ही खान-पान में वसा वाली चीजों से परहेज करें।