डेढ़ से दो लाख रुपये में बच्चे का होता था सौदा, कई जिलों में है नेटवर्क, अस्पताल संचालक निकला मास्टर माइंड Bhagalpur News
चाइल्ड लाइन की टीम और आरपीएफ ने मंगलवार को बच्चा चोरी कर बेचने वाली महिला सरगना को साथी के साथ गिरफ्तार किया। महिला के पास से 13 माह का बच्चा बरामद किया गया।
भागलपुर [रजनीश]।बच्चा चोरी गिरोह का मास्टरमाइंड मुजफ्फरपुर का विजय चौधरी निकला। वह मुजफ्फरपुर में मां भगवती हॉस्पिटल चलाता है। विजय चौधरी के इशारे पर ही बच्चों की चोरी होती थी। भागलपुर रेल पुलिस ने डॉक्टर की निशानदेही पर भागलपुर से तीन दिसंबर को चोरी किए गए बच्चे को भी बरामद किया है। बच्चा खरीदने वाली महिला भी हिरासत में ली गई है। बरामद बच्चा लखीसराय जिले के बलीपुर निवासी सुविज्ञ कुमार का पुत्र है। डॉक्टर ने 1.30 लाख रुपये में बच्चे को बेचा था। रेल पुलिस की विशेष टीम दोनों को लेकर मुजफ्फरपुर से भागलपुर के लिए निकल गई है। शाम चार बजे तक चिकित्सक को भागलपुर लाया जा सकता है। विजय चौधरी पहले भी जेल जा चुक है।
बच्चा चोरी के आरोप में पकड़ी गई महिलाओं का नेटवर्क बिहार के कई जिलों के अलावा दिल्ली और नेपाल तक फैला हुआ है। इस गिरोह से कई महिलाएं, लड़कियां और पुरुष जुडे हैं। पुलिस की पूछताछ दोनों महिलाओं ने इसका खुलासा किया। इससे पहले भी महिलाओं ने कई बच्चों की चोरी की बात कबूल की है। दोनों ने रेल पुलिस के समक्ष भागलपुर से दो बच्चा चुराने की बात स्वीकार की है। बच्चों का सौदा डेढ़ से दो लाख रुपये में करती थी। पुलिस दोनों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है, जिससे पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।
लखीसराय के बच्चे का मिला सुराग
इन दोनों ने तीन दिसंबर को भी स्टेशन के जनरल टिकट काउंटर के पास से लखीसराय की रहने वाली महिला के दो वर्षीय बच्चे को चुराया था। उस दिन भी स्टेशन पर खूब हंगामा हुआ था। तब से चाइल्ड लाइन और आरपीएफ महिला के पीछे लगी थी। मंगलवार को जैसे ही महिला अपनी साथी के साथ प्लेटफॉर्म पर पहुंची तो सीसीटीवी फुटेज के आधार पर महिला की शिनाख्त हुई और टीम पूरी तरह अलर्ट हो गई। महिला ने बताया कि लखीसराय के बच्चे को दो लाख रुपये में बेचा है। कहां और किसे बेचा है इस बात की जानकारी भी पुलिस को दी है। बच्चे की मां लखीसराय से देर रात पहुंची और पकड़ी गई दोनों महिलाओं की शिनाख्त की। पुलिस महिला के साथ बच्चे की बरामदगी के लिए छापेमारी करेगी।
बच्चे को करते थे टारगेट, बच्ची को नहीं
महिला बच्चे को नर्सिंग होम और बड़े-बड़े खरीददार को बेचती थी। महिला ने बताया कि जिन्हें संतान नहीं होता है वे नर्सिंग होम से संपर्क रखते थे। जैसे ही नया बच्चा मिलता है उसे फौरन जानकारी दी जाती है। सूत्रों की मानें तो महिलाओं ने स्वीकार किया है कि बच्ची की कीमत ज्यादा नहीं मिलती है। इस कारण बच्चे को ही टारेगट किया जाता था।
स्टेशन से बच्चे की करती थी चोरी
महिला बच्चा चोरी का काम रेलवे स्टेशनों पर करती थी। हमेशा बच्चे के साथ अकेली महिला को ही टारगेट किया जाता था। पहले यह अकेली महिला के साथ दोस्ती करती थी। मेलजोल बढ़ाने के बाद बच्चे को लेकर चंपत हो जाती थी।
जनसेवा एक्सप्रेस से भागने की फिराक में थी
पूछताछ में दोनों ने अपना घर मुजफ्फरपुर बताया है। जिस वक्त घटना हुई उसके ठीक दो घंटे बाद मुजफ्फरपुर के लिए जनसेवा एक्सप्रेस स्टेशन से खुलती है। सूत्रों ने बताया कि बच्चा चोरी के बाद महिला प्लेटफॉर्म की तरफ जा रही थी।
मोबाइल से खुलेगा राज
रेल पुलिस ने दोनों के पास से मोबाइल भी बरामद किया है। पुलिस मोबाइल में स्टोर नंबरों का कॉल डिटेल खंगालेगी। पुलिस ने संभावना जताई है कि मोबाइल नंबरों से महिला के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी।
जमालपुर रेल एसपी आमिर जावेद ने कहा कि बच्चा चोरी के आरोप में एक महिला साथी के साथ पकड़ी गई है। पुलिस पूछताछ कर रही है। दो सप्ताह पूर्व स्टेशन से चोरी गए बच्चे के स्वजन ने महिला की शिनाख्त की है। पुलिस हर बिंदू पर जांच कर रही है।
कैसे हुई कार्रवाई
चाइल्ड लाइन की टीम और आरपीएफ ने मंगलवार को बच्चा चोरी कर बेचने वाली महिला सरगना को साथी के साथ गिरफ्तार किया। महिला के पास से 13 माह का बच्चा बरामद किया गया। बच्चे की चोरी कर वह दूसरे शहरों और नर्सिंग होम में बेचती थी। इससे पहले एक बच्चे की चोरी की बात उसने कबूल की है। रेल पुलिस ने हर बिंदू पर जांच शुरू कर दी है। पूछताछ में दोनों ने अपना घर मुजफ्फरपुर बताया है।
मंगलवार को दोपहर 12 बजे चाइल्ड लाइन को सूचना मिली की एक महिला साथियों के साथ टिकट काउंटर के पास खड़ी है। संदेह पर टीम के कुछ सदस्य महिला पर नजर रखने लगी। इस बीच मायागंज की महिला 13 महीने के बच्चे के साथ जनरल टिकट काउंटर पर टिकट ले रही थी। महिला के साथ बच्चे को देखकर दोनों (बच्चा चोर) महिलाओं ने दो टिकट और लेने की बात कही और बच्चे को मां के गोद से ले लिया। इसी बीच एक महिला बच्चे को लेकर एक नंबर प्लेटफॉर्म की तरफ जाने लगी। महिला को बच्चे को ले जाता देख चाइल्ड डेस्क के कुछ सदस्य महिला के पीछे जाने लगे।
इधर, टिकट कटाने के कुछ ही मिनट बाद जब महिला ने बच्चे की मांग की तो दूसरी महिला को दूसरी दिशा में जाने की बात बताई। इस बीच बच्चे की मां शोर मचाने लगी। चाइल्ड डेस्क की टीम ने पूर्वी फुट ओवर ब्रिज के पास महिला को रंगेहाथ पकड़ लिया और आरपीएफ थाने लेकर पहुंची। चाइल्ड डेस्क से जिला समन्वयक अमन कुमार, वंदना, सुमित सहित कई सदस्य थे। इस संबंध में रेल एसपी आमिर जावेद ने बताया कि महिला ने इससे पहले भी भागलपुर से एक बच्चे की बात स्वीकार की है। मामले की जांच चल रही है।