Move to Jagran APP

जन वितरण प्रणाली मधेपुरा : घटिया और सड़ा चावल देख लाभुक हुआ नाराज, हंगामा व तोड़फोड़, डीएम ने दिए यह निर्देश

जन वितरण प्रणाली मधेपुरा उपभोक्‍ताओं ने कहा कि बिहारीगंज स्थित एफसीआइ गोदाम से उपलब्ध कराए गए चावल काफी घटिया व खाने लायक नहीं था। जबकि 2020-21 में निर्मित लेवल बोरा पर लगा था। एसओ ने बताया कि मामला खेद जनक है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Mon, 15 Mar 2021 10:34 AM (IST)Updated: Mon, 15 Mar 2021 10:34 AM (IST)
मधेपुरा में जन विरतण प्रणाली दुकान में हंगामा किया गया। डीएम ने कहा जांच होगी।

जागरण संवाददाता, मधेपुरा। पीडीएस दुकानों में सड़ा हुआ चावल बांटा जा रहा है। उपभोक्ताओं के हंगामा करने के बाद मामला सामने आया है। पुरैनी प्रखंड की प्रमुख सविता कुमारी को मामला का पता चलने पर जांच किया। जांच में पता चला कि कई माह से प्रखंड क्षेत्र के लाभार्थियों को पीडीएस दुकानों के द्वारा सड़ा हुआ चावल दिया जा रहा था। बिहारीगंज स्थित एफसीआइ गोदाम से उपलब्ध कराए गए चावल काफी घटिया व खाने लायक नहीं था। जबकि 2020-21 में निर्मित लेवल बोरा पर लगा था। लेकिन अंदर तीन से चार साल पुराना व घटिया अरबा चावल था। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई है।

loksabha election banner

उन्होंने बताया कि पहले भी बसंत पंचमी के मौके पर आयोजित कृषि यांत्रिकीकरण सह विकास मेले का उद्घाटन करने पहुंचे डीएम से प्रखंड क्षेत्र के लोगों ने पीडीएस दुकानों से घटिया चावल मिलने की लिखित शिकायत किया था। इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ। फिर शिकायत किए जाने पर जिला पदाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लिया है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी रामप्रताप बैठा को मामले की जांच कर अविलंब रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है। एसओ ने बताया कि मामला खेद जनक है। जांचोपरांत दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। साथ ही किसी भी सूरत में घटिया चावल लाभार्थियों के बीच वितरण नहीं की जाएगी।

डीएसओ के निर्देशानुसार एफसीआइ बिहारीगंज के सहायक गोदाम प्रबंधक रवि शंकर व पुरैनी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार ने गणेशपुर पंचायत पीडीएस विक्रेता मनीषा कुमारी, निशा कुमारी, अमरेंद्र सिंह, विकास कुमार मेहता के अलावा राजकिशोर चौधरी के दुकानों का निरीक्षण किया तो उन सभी के स्‍टॉक में घटिया चावल पाया गया। जो बिहारीगंज के एफसीआइ गोदाम से भेजा गया था। निरीक्षण के दौरान एफसीआइ गोदाम के एजीएम ने बताया कि क्वालिटी कंट्रोल के जांचोपरांत ही एफसीआइ को चावल उपलब्ध कराया जाता है। जो भी गड़बड़ियां है ऊपरी स्तर की है। हमें जो चावल मिलता है, उसी चावल को पीडीएस विक्रेता को उपलब्ध कराते हैं।

जबकि एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने बताया कि विभागीय निर्देशानुसार अप्रैल माह के बाद पीडीएस लाभार्थियों के बीच उसना चावल का वितरण किया जाएगा। प्रखंड प्रमुख सविता कुमारी ने कहा कि घटिया चावल मामले की अगर निष्पक्ष तरीके से उच्चस्तरीय जांच कराई जाए निश्चित रूप से जिला से लेकर प्रखंड तक एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.