भागलपुर में प्रॉपर्टी डीलर को पहले पीटा.... फिर गोली मारकर कर दी हत्या
शव की स्थिति देख पता चल रहा था कि मसकूर की बुरी तरह पिटाई करने के बाद उसे गोली मारी गई थी। उसके पेंट पर जूते के कई निशान थे। वहीं उसके गले में एक काला रंग का गमछा भी बंधा मिला।
भागलपुर [जेएनएन]। इशाकचक इलाके के बरहपुरा निवासी मसकूर वहीदी उर्फ सिब्बी प्लॉटर (55 वर्ष) की अपराधियों ने गोली मार हत्या कर दी। उसका शव बाइपास से तीन सौ मीटर की दूरी पर वंशीटीकर स्थित अनवार के बगीचे में मिला। उसे सिर और सीने में दो गोलियां लगी है। सबौर पुलिस ने बगीचे में पहुंचकर मामले की जांच की। पुलिस ने बगीचे से पिस्टल का एक खोखा बरामद किया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में ढाई करोड़ से ज्यादा की डेढ़ बीघा जमीन विवाद सामने आया है।
मामले की जांच के लिए डीएसपी लॉ एंड आर्डर निसार अहमद व सबौर थानेदार श्रीकांत चौहान पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक बगीचे में कम खून पाया गया। आशंका है कि हत्या कहीं दूसरी जगह कर बगीचे में शव को ठिकाना लगाया गया।
मोबाइल सीडीआर खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस मसकूर के मोबाइल नंबर का सीडीआर निकाल रही है। जिसमें पता चलेगा कि उसे किसने फोन कर घर से बाहर बुलाया था। मामले की जांच करने लॉ एंड आर्डर डीएसपी निसार अहमद शाह भी गए थे। उन्होंने कुछ लोगों से पूछताछ की।
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि जमीन कारोबारी की हत्या मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हर बिंदु पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
हत्या कर शव को बगीचे में फेंक दिया
मसकूर के बेटे मु. मेज ने बताया कि पिता की बाइक और मोबाइल गायब है। उसने कहा कि रविवार की शाम उनके मोबाइल पर किसी का फोन आया। बात करने के बाद वे घर से निकल गए। रात को वापस नहीं लौटे। उन लोगों ने मोबाइल पर कई बार फोन किया। लेकिन नंबर बंद मिला। बेटे ने बताया कि सुबह दो लोग घर पर आए थे। उसके पिता की हत्या कर शव को अनवार के बगीचे में फेंक दिया गया है।
पहले पीटा फिर मार दी गोली
शव की स्थिति देख पता चल रहा था कि मसकूर की बुरी तरह पिटाई करने के बाद उसे गोली मारी गई थी। उसके पेंट पर जूते के कई निशान थे। वहीं उसके गले में एक काला रंग का गमछा भी बंधा मिला। जिससे आशंका है कि गमछे से गला भी घोंटा गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह बातें स्पष्ट हो पाएगी।
प्रॉपर्टी डीलर की हत्या में शामिल हैं करीबी
प्रॉपर्टी डीलर सिब्बी की हत्या में किसी करीबी की संलिप्तता पुलिस को मिली है। हत्या कारोबारी को विश्वास में लेकर की गई है। हालांकि अब तक पुलिस को हत्या करने की जगह नहीं मिली है। पुलिस उसका मोबाइल और बाइक बरामद करने का प्रयास कर रही है। हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने कई बिंदु चिन्हित किए हैं। जिससे इसमें शामिल अपराधी और पर्दे के पीछे काम कर रहे लोगों का पर्दाफाश हो सके।
भाई से चल रहा जमीन विवाद
पुलिस के मुताबिक सिब्बी का उसके भाई से ही जगतपुर स्थित डेढ़ बीघा की जमीन के लिए केस चल रहा है। इस मामले को लेकर एक हफ्ते पूर्व भी जमीन पर उन लोगों में मारपीट की बात सामने आई है। लेकिन उन दोनों के बीच का मामला पुलिस के पास नहीं गया। सिब्बी पांच भाई है। डेढ़ बीघा जमीन की प्लाटिंग इशाकचक के एक जदयू नेता के भाई ने की है। नेता का नाम आरजू हत्याकांड में भी जांच के दौरान आया था।
सिब्बी के नहीं रहने से किसे होगा फायदा
पुलिस का कहना है कि हत्या मामले में जिसे सिब्बी की हत्या के बाद सबसे ज्यादा फायदा होगा। उसकी संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
पुलिस की सक्रियता के बाद भी अपराधियों ने कर दी हत्या
शहर में रात भर पुलिस की सक्रियता बनी रही। एसएसपी आशीष भारती के नेतृत्व में रोको टोको अभियान चलाया गया। बावजूद इसके बाइपास के समीप बरहपुरा के प्रापर्टी कारोबारी सिब्बी की हत्या कर अपराधियों ने पुलिस को बड़ी चुनौती दी है।
भाड़े के शूटरों का किया गया इस्तेमाल
जिस तरीके से हत्या के बाद बगीचे में शव को ठिकाने लगाया गया है। इससे यह पता चलता है कि हत्या के लिए भाड़े के शूटरों का इस्तमाल किया गया था। पुलिस का कहना है कि हाल के दिनों में कई आरजू और अमरजीत हत्याकांड में राणा मियां का नाम सामने आया था। इस वजह से पुलिस राणा के बिंदु पर भी जांच कर रही है।