एसोसिएट प्रोफेसर को TMBU के बारे में फेसबुक पर पोस्ट करना पड़ा महंगा, जानिए मामला
पोस्ट में टीएमबीयू को भ्रष्टाचार का अड्डा बताया है। इस पर कुलपति से संज्ञान ले लिया है। उन्हें दो दिनों के अंदर इस पर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
भागलपुर [जेएनएन]। तिलकामांझी भागलपुर विवि पीजी इतिहास विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कृष्ण कुमार मंडल उर्फ केके मंडल फेसबुक पर किए गए एक विवादित पोस्ट से खुद परेशानी में पड़ गए हैं।
उन्होंने किए गए पोस्ट में टीएमबीयू को भ्रष्टाचार का अड्डा बताया है। इस पर कुलपति से संज्ञान ले लिया है। उन्हें दो दिनों के अंदर इस पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। जानकारी के अनुसार सकारात्मक जबाव नहीं मिलने पर इस मामले को विवि के अनुशासन समिति को भेजा जाएगा।
कुलसचिव अरुण कुमार सिंह ने स्पष्टीकरण मांगे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक द्वारा किया गया इस तरह का विवादित पोस्ट विवि के मर्यादा के खिलाफ है।
इस प्रो. केके मंडल ने कहा कि उक्त पोस्ट में हमने किसी विवि का नाम नहीं लिखा है। इधर पूछे गए स्पष्टीकरण में विवि प्रशासन ने कहा है कि पोस्ट में बिना आधार के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। जो विवि के गरिमा को धूमिल करता है। ऐसी टिप्पणी सेवा नियमों के खिलाफ है। जिससे अनुशासनहीनता झलकती है।
प्रो. मंडल के बचाव में उतरा छात्र राजद
तिलकामांझी भागलपुर विवि के पीजी इतिहास विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कृष्ण कुमार मंडल उर्फ केके मंडल द्वारा फेसबुक पर किए गए पोस्ट के समर्थन में टीएनबी कॉलेज के छात्र राजद अध्यक्ष दिलीप कुमार उतर आए हैं।
उनका कहना है कि शिक्षक डॉ. मंडल ने कोई गलत पोस्ट नहीं किया है। उनके पोस्ट पर विवि प्रशासन द्वारा शोकॉज किया जाना लोकतंत्र की हत्या है। विवि प्रशासन का यह तानाशाही रवैया ठीक नहीं है। ऐसा करके विवि प्रशासनमाहौल खराब करना चाहता है। विवि प्रशासन को शोकॉज वैसे अधिकारी को करना चाहिए जो हमेशा छात्रों के ऊपर गलत आरोप लगाकर सुर्खियों में बने रहना चाह रहे हैं। अगर विवि प्रशासन अपने तानाशाही रवैये से बाज नहीं आएगा तो छात्र राजद उग्र आंदोलन करेगा। विरोध करने वालों में छात्र राजद के चंदन यादव, आशुतोष कुमार, शांतनु, अध्यक्ष छात्र संघ नीरज कुमार, लालू यादव, मोहित कुमार, विवि प्रतिनिधि छात्र संघ बिट्टू यादव सहित अन्य शामिल हैं। वहीं, इस मसले पर सोशल माध्यमों में भी दिन भर प्रतिक्रियाएं आती रहीं।
टीएनबी कॉलेज में अतिथि शिक्षक डॉ. आनंद आजाद ने विवि प्रशासन पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया। इनका कहना था कि अगर विश्वविद्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा कहे जाने पर डॉ. मंडल से शोकॉज हो सकता है तो बगैर किसी आधार के विश्वविद्यालय के छात्रावासों में अवैध वसूली जैसी बात कहकर विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले विश्वविद्यालय अधिकारी पर शोकॉज क्यों नहीं ? हो सकता है डॉ. मंडल ने उक्त अधिकारी के बयान को देखकर ही अपना विचार प्रकट किया हो, क्योंकि अगर उक्त अधिकारी के बयान को सही माना जाय तो कोई भी व्यक्ति वही कहेगा जो डॉ. मंडल ने कहा।
बता दें कि प्रो. मंडल ने पोस्ट में टीएमबीयू को भ्रष्टाचार का अड्डा बताया है। इस कुलपति ने दो दिनों में स्पष्टीकरण देने को कहा है। जानकारी के अनुसार सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर इस मामले को विवि की अनुशासन समिति को भी भेजने की बात कही जा रही है।
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