राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी अपनी दो दिवसीय बिहार यात्रा के बाद दिल्ली रवाना
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी अपने दो दिवसीय दौरे में भागलपुर में विक्रमशिला भ्रमण करने के बाद बांका के गुरुधाम में पूजा-अर्चना की, उसके बाद पटना होते हुए वे दिल्ली रवाना हो गए।
भागलपुर [जेएनएन]। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपनी दो दिवसीय बिहार यात्रा के बाद वापस दिल्ली रवाना हो गए। राष्ट्रपति दो दिवसीय यात्रा के दौरान भागलपुर के विक्रमशिला और बांका के गुरुग्राम गए। वहां विक्रमशिला में हो रही पुरातात्विक खोदाई का जायजा लिया। वहां से वे गुरुग्राम गए, वहां पूजा-अर्चना करने के बाद वे पटना आए और यहां से दिल्ली रवाना हो गए।
भागलपुर के कहलगांव के अंतीचक में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विक्रमशिला विश्विद्यालय का गौरव वापस लौटेगा। इसके लिए वे प्रधानमंत्री से बात करेंगे। राष्ट्रपति ने प्राचीन विश्वविद्यालय की प्रशंसा की और कहा कि एतिहासिक धरोहरों को विकसित करने की पहल होगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि मन में एक कौतूहल था कि मौका मिला तो यहां आउंगा, नालंदा विश्वविद्यालय बन रहा है, विक्रमशिला को भी अच्छा विश्वविद्यालय बनना चाहिये, यह एक अच्छी मांग है। मैं प्रधानमंत्री से इस बारे में बात करूंगा। इसके लिए 500 करोड़ रुपये बजट में प्रावधान किया गया है।
सभा को मंत्री ललन सिंह, सांसद निशिकांत दुबे, सांसद बुलो मंडल और शाहनवाज हुसैन ने भी संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। राष्ट्रपति ने उत्खनन स्थल और संग्रहालय का भी अवलोकन किया ।
राष्ट्रपति ने कहा कि इतने लोग मेरा स्वागत करेंगे ये पता नहीं था। इतनी गर्मी में मेरा एेसा स्वागत करने के लिए सबको बहुत-बहुत बधाई। हिंदी अच्छा से नही बोल सकता इसके लिए माफ कीजिये।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपने दो दिवसीय दौरे पर रविवार शाम वायुसेना के हेलीकॉप्टर से कहलगांव पहुंचे। यहां जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने विक्रमशिला खोदाई स्थल का भ्रमण किया, उसके बाद वे बांका पहुंचे।
वहां बौंसी स्थित गुरुधाम में गुरु की कुटिया पहुंचे। यहां राष्ट्रपति ने पूजा-अर्चना की और कहा कि भूपेंद्रनाथ सान्याल और उनके शिष्यों ने स्वतंत्रता संग्राम में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। उनके कारण युवाओं के मन में देशप्रेम की भावना जगी थी।
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राष्ट्रपति ने बताया कि तीन बार उनकी मां और पिताजी यहां आ चुके हैं। काफी दिनों से गुरुधाम आने की उनकी लालसा थी। राष्ट्रपति पटना के लिए रवाना हो चुके हैं। यहां पांच विद्वानों ने पूजा करायी। उनके साथ गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी व राज्यपाल रामनाथ कोविद भी मौजूद रहे।
यहां राष्ट्रपति ने अपने माता पिता के आश्रम को देखा। राष्ट्रपति को शॉल और गीता देकर सम्मनित किया गया। यहां पूजा अर्चना के बाद राष्ट्रपति पटना के लिए रवाना हो गए।
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रविवार को राष्ट्रपति पहुंचे थे भागलपुर
रविवार को भागलपुर के कहलगांव पहुंचने के बाद राष्ट्रपति का स्वागत राज्यपाल रामनाथ कोविंद, बिहार सरकार के प्रभारी मंत्री राजीव रंजन सिंह, सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल, कहलगांव के विधायक सदानंद सिंह, प्रमंडलीय आयुक्त अजय कुमार चौधरी, जिलाधिकारी आदेश तितरमारे व एसएसपी मनोज कुमार ने किया।