14 घंटे आपूर्ति बाधित, अंधेरे में डूबा रहा शहर
सबौर ग्रिड को आवश्यकता से बहुत कम बिजली मिलने के कारण शहर में एक बार फिर बिजली संकट गहरा गया। शुक्रवार की दोपहर साढ़े बारह बजे सीएलडी, पटना से 30 मेगावाट बिजली की कटौती कर 50 मेगावाट सबौर ग्रिड को आपूर्ति की गई। इसकी वजह से शहर में बिजली संकट उत्पन्न हो गया।
भागलपुर। सबौर ग्रिड को आवश्यकता से बहुत कम बिजली मिलने के कारण शहर में एक बार फिर बिजली संकट गहरा गया। शुक्रवार की दोपहर साढ़े बारह बजे सीएलडी, पटना से 30 मेगावाट बिजली की कटौती कर 50 मेगावाट सबौर ग्रिड को आपूर्ति की गई। इसकी वजह से शहर में बिजली संकट उत्पन्न हो गया। ऐसे में फीडरवार तीन से चार घंटे रोटेशन पर बिजली आपूर्ति की गई। इस दौरान फीडरवार 12 से 14 घंटे बिजली कटौती की गई। बिजली संकट गहराने के कारण शहर अंधेरे में डूब गया।
उमस भरी गर्मी में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बिजली आपूर्ति चरमराने के कारण रात आठ बजे तक मुख्य बाजारों और चौक-चौराहों की अधिकांश दुकानें बंद हो गई। व्यवसाय के साथ ही बच्चों की पढ़ाई पर भी प्रतिकूल असर पड़ा। सबौर ग्रिड के अधिकारियों का कहना है कि ग्रिड से सभी फीडरों को निर्बाध आपूर्ति की जा रही है। 80 मेगावाट की जगह महज 50 मेगावाट बिजली मिलने के कारण ही विद्युत उपकेंद्रों को भी खपत के मुताबिक कम आपूर्ति की जा रही है। मसलन, सिविल सर्जन उपकेंद्र को 20 और अलीगंज उपकेंद्र को 30 मेगावाट बिजली की खपत है। बहुत कम बिजली मिलने के कारण उपकेंद्रों को आवश्कता से कम आपूर्ति की गई।
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कोट सीएलडी से सात बजे दस मेगावाट बिजली आपूर्ति बढ़ाकर 60 मेगावाट की गई है। इसलिए गोराडीह फीडर को छोड़कर सभी उपकेंद्रों को पूरी आपूर्ति की गई। सिर्फ गोराडीह फीडर को दो मेगावाट कम बिजली आपूर्ति की गई।
राजीव कामिल, कार्यपालक अभियंता, संचरण विभाग
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कोट एनटीपीसी में गड़बड़ी के कारण ही बिजली कटौती की गई है। किस एनटीपीसी में गड़बड़ी के कारण आपूर्ति की समस्या उत्पन्न हुई है इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। देर रात तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।
एससी सिंह, अधीक्षण अभियंता, संचरण विभाग