सकारात्मक सोच लाता है जीवन मूल्यों में सुधार : डीआइजी
सकारात्मक सोच से मनुष्य के जीवन में धनात्मक ऊर्जा आती है।
भागलपुर। सकारात्मक सोच से मनुष्य के जीवन में धनात्मक ऊर्जा आती है। इसलिए हर किसी को हमेशा पॉजिटिव ही सोचना चाहिए। यह बात डीआइजी विकास वैभव ने रविवार को लायंस सेवा केंद्र और प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से अध्यात्मिक परिचर्चा का उद्घाटन करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में शाति, प्रेम, सहनशीलता, प्रसन्नता, सरलता, सहयोग, विनम्रता, स्वतंत्रता, एकता, उत्तरदायित्व और ईमानदारी को उतारना चाहिए। अभिमान हमेशा मान-सम्मान की चाहत रखता है, ऐसा नहीं होने पर मनुष्य स्वयं और दूसरों की घृणा का पात्र बन कर रह जाता है। इस प्रकार की अध्यात्मिक परिचर्चा से व्यक्ति के जीवन मूल्य में सुधार आता है।
राजयोगन अनिता जी ने मेडिटेशन के बारे में बताया। पूर्व जिला पाल विजय कुमार झूनझूनवाला ने ब्रह्माकुमारी के कार्य की सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता अभिषेक डालमिया और सचिव मनीष बूचासिया ने की। संचालन डॉ. महेश प्रसाद राय ने किया। जोनल चेयरपर्सन डॉ. पंकज टंडन ने धन्यवाद दिया। समस्तीपुर से आए मुख्य अतिथि कृष्ण कुमार अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला पाल विजय कुमार झूनझूनवाला, मुंगेर से पधारी मनीषा जी ने अध्यात्म पर प्रकाश डाला। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत नन्हीं बच्चियों के स्वागत नृत्य से हुई। ग्रुप नृत्य प्रस्तुत कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।
संयोजक महेश प्रसाद राय, सुमंत कुमार महतो, प्रदीप जालान रहे। मौके पर नीलम डालमिया, निम्मी झूनझूनवाला, बद्री प्रसाद छापोलिका, सेवा केंद्र के चेयरमैन लायन ब्रह्मदेव प्रसाद साह, पवन बाजोरिया,अमरनाथ चमड़िया,लायन गोपाल ढंढानिया, इंदुशेखर टिवडेवाल, वीरेन्द्र मिश्रा और मनोज कुमार शर्मा सहित कई लोग थे।