भागलपुर, जागरण संवाददाता। भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र के तुलसीनगर बैंक कालोनी से एमए के छात्र सुशांत शेखर को लेकर भगाकर ले जाने की आरोपित दो बच्चों की अम्मा निशा देवी को तिलकामांझी पुलिस ने शनिवार को बांका जिले से बरामद किया। महिला के बरामद होने के कुछ देर बाद ही तिलकामांझी थाने में छात्र सुशांत शेखर दुबे खुद थाने पहुंच गया।
तिलकामांझी थानाध्यक्ष ने न्यायालय में प्रस्तुत कर उक्त छात्र का बयान दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत कराया। छात्र ने अपने बयान में कहा कि उसका निशा देवी ने अपहरण ही नहीं किया था। मां के द्वारा अपहरण का केस गलत दर्ज कराया गया था।
पुलिस ने आरोपित महिला को भी छोड़ा
उक्त बयान के बाद न्यायालय ने छात्र को उसके स्वजनों के हवाले कर देने का आदेश तिलकामांझी पुलिस को दिया।
छात्र के बयान के बाद आरोप के दायरे में महिला निशा देवी भी नहीं आई। नतीजतन, पुलिस ने आवश्यक कागजी कार्रवाई बाद महिला को मुक्त कर दिया।
छात्र की मां ने दर्ज कराया था केस
मालूम हो कि ईशीपुर बाराहाट पीरपैंती के रहने वाले टीएनबी कालेज के एमए के छात्र सुशांत शेखर दुबे को अगवा कर लिए जाने का केस उसकी मां प्रमिला देवी ने बीते सप्ताह दर्ज कराया था। सुशांत तुलसीनगर बैंक कालोनी में शालिनी दुबे के मकान में रहकर टीएनबी कालेज से अंग्रेजी से एमए की पढ़ाई कर रहा था।
दर्ज केस में छात्र की मां ने बांका जिले के फुल्ली डूमर बाजार निवासी दो बच्चों की मां निशा देवी एवं अन्य को नामजद आरोपित बनाया था। तिलकामांझी थानाध्यक्ष राज रतन ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन के लिए सहायक अवर निरीक्षक मनीष कुमार सिंह को जांच पदाधिकारी बना दिया था। पुलिस अगवा छात्र की खोजबीन
करते हुए महिला को बांका जिले से बरामद करने में सफल रही। दोनों को अपने-अपने घर भेज दिया गया।