सड़कों के कटाव भी रोके जाएंगे और पर्यावरण की सुरक्षा भी होगी, जानिए... कैसे
ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के अंतर्गत पौधरोपण कार्य को प्राथमिकता देने तथा समय-समय पर वन महोत्सव का आयोजन कर ग्रामीणों के बीच जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया है।
भागलपुर [राम प्रकाश गुप्ता]। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा योजना से ग्रामीण सड़कों के किनारे वृक्षारोपण कर 'कटाव' को रोकने के लिए अभियान चल रहा है। एक पंचायत से दूसरे पंचायत तथा पंचायत से प्रखंड तक को जोडऩे वाली सड़कों को बचाने के लिए सड़क के किनारे पौधरोपण को गति प्रदान की जा रही है। राष्ट्रीय उच्चपथ और राज्य उच्चपथ के किनारे की सड़कों पर वन विभाग को पौधरोपण कना है। वहीं ऐसी महत्वपूर्ण सड़कों को जोडऩे वाली संपर्क पथ में मनरेगा से पौधरोपण कराया जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग ने इस कार्यक्रम को गति देने देने के लिए डीएम और डीडीसी को निर्देश दिया है।
ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक सामाजिक वानिकी सीपी खंडूजा ने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के अंतर्गत पौधरोपण कार्य को प्राथमिकता देने तथा समय-समय पर वन महोत्सव का आयोजन कर ग्रामीणों के बीच जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया है। लोगों में वृक्षारोपण के प्रति चेतना फैलाने की भी जिम्मेदारी दी गई है। डीडीसी सुनील कुमार ने कहा कि सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को प्राथमिकता में इस कार्य को संपन्न कराने को कहा गया है।
सरकार की समझ है कि पथों के किनारे कटाव को रोकने में पेड़-पौधे सहायक होंगे। वहीं वन महोत्सव के माध्यम से वृक्षों का संरक्षण और उसकी देखभाल के प्रति लोगों को जोड़ा जा रहा है। विभाग ने मनरेगा के तहत पौधरोपण को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। यह कहा गया है कि जून तक लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं। कहां-कहां और किन-किन पथों के किनारे पौधरोपण किया गया है, इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।
मनरेगा के पीओ संजय कुमार ने कहा कि गांवों में संपर्क पथों के किनारे अभियान चलाकर पौधरोपण किया जा रहा है। लोगों को इसके प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए वन महोत्सव का भी आयोजन किया जाता है।