मधेपुरा जिला के बाबा नगरी सिंहेश्वरी में दो वर्षो से शुद्ध पेयजल का इंतजार कर रहे हैं लोग
विभागीय उदासीनता व लापरवाही के कारण अब तक लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो सका है। प्रखंड क्षेत्र के 13 पंचायतों में लगभग दो वर्षों से अब तक सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल योजना का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।
मधेपुरा [नीरज भारद्वाज ] । बाबा नगरी सिहेश्वर में हर घर नल का जल योजना की हालत बुरी है। विभागीय उदासीनता व लापरवाही के कारण अब तक लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो सका है। योजना धरातल पर उतर नहीं पा रहा। प्रखंड क्षेत्र के 13 पंचायतों में लगभग दो वर्षों से अब तक सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल योजना का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। दो वर्ष पूर्व प्रखंड क्षेत्र के सभी 13 पंचायतों के लगभग 139 वार्डों में पीएचईडी विभाग ने हर घर नल जल योजना कार्य का प्रारंभ किया गया था। परंतु विभाग के अधिकारी व संवेदक की लापरवाही के कारण कहीं टंकी व बोङ्क्षरग का काम पूर्ण नहीं हो पाया है तो कहीं पाइप बिछाकर छोड़ दिया गया है। वहीं कुछ वार्डों में कनेक्शन दिया गया है। लेकिन नल से पानी नहीं आ रहा है।
40 लाख से अधिक होता है खर्च
जल नल योजना के तहत बनाए जा रहे जलापूर्ति में लगभग 40 लाख से अधिक का खर्च आता है। सूत्रों की माने तो इस योजना में सप्लाई में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तु भी निम्न स्तर का सामान लगाया जाता है। उपयोग में लाया जाने वाले किसी भी सामान पर आइएसआ मार्का नहीं होता है।
कई वार्डों में अधूरा है कार्य
ङ्क्षसहेश्वर प्रखंड के कई वार्डों में कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। कहीं अब तक पाइप लाइन भी नहीं बिछाया गया है। कुछ वार्डों में स्थल चयन को लेकर ग्रामीणों से हुए विवाद की वजह से निर्माण कार्य लंबित है। जबकि पंचायती राज विभाग की बेवसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार प्रखंड के सभी वार्डों में राशि का आवंटन पूर्व में ही कर दिया गया है।
मधेपुरा पीएचईडी के कनीय अभियंता मु- शाहनवाज ने कहा कि प्रखंड के लगभग 100 वार्डों में ट्रायल के रूप में पानी चालू किया गया गया है। जल्द ही बचे सभी वार्डों का पानी चालू कर दिया जाएगा।