भागलपुर महोत्सव : कविताओं के फुहारों के बीच गजलों और शायरी से मदमस्त होती रही रात
नागरिक विकास समिति द्वारा टाउन हॉल में आयोजित भागलपुर-महोत्सव के 13वें और 14वें दिन गजल, कविता और शायरी की महफिल सजीं। इस दौरान कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं थी।
भागलपुर [जेएनएन]। रात भर लोग गुदगुदाए, तालियों की गडगड़ाहट गूंजी, कविता बरसी और बीच-बीच में व्यंग्य बाणों पर नोक-झोंक भी हुई। ऐसा ही माहौल टाउन हॉल में दिखा। मौका था 13वें भागलपुर-महोत्सव का। नागरिक विकास समिति द्वारा आयोजित इस महोत्सव में नामचीन कवियों की टोली पहुंची थी। देश के कोने-कोने से पधारे कवियों ने रात भर लोगों को खूब हंसाया व आनन्दित किया। पश्चिम बंगाल (आसनसोल)के कवि पवन बांके बिहारी ने अपने चिर परिचित अंदाज में कविता पाठ किया। संचालन करते हुए प्रतीक गुप्ता ने बहुत ही सधे हुए शब्दों के साथ मंच संचालन किया। अपनी प्रख्यात कविता में चुटकी लेते हुए जैसे ही कहा कि जेल में रामपाल, आशाराम आए और बाद में राम-रहीम, हनप्रीत आई। यह सुनते ही लोग ठहाका लगाने लगे। पीएम नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी पर तंज कसा तो लोग कुर्सी छोड़कर हंसने लगे। समय गुजरते के साथ-साथ माहौल भी हंसनुमा बन गया था।
नैनीताल से आई कवित्री गौरी मिश्रा ने ...लोक आस्था का महापर्व छठ गीत से अपने कार्यक्रम का आगाज किया। इस पर दर्शकों ने तालियां बजाकर कवित्री का हौसला आफजाई किया। मां सरस्वती वंदना सुनाकर लोगों को अपने स्वर से मंत्रमुग्ध किया।
ऐसी लागी लगन, बाबा हो गए मगन, जेल में चक्की घुमाने लगे
गाजियाबाद के कवि प्रतीक गुप्ता ने केजरीवाल से लेकर पीएम, अमित शाह, कांग्रेस और राधे मां पर व्यंग का बाण निकलने लगा। ऐसी लागी लगन, बाबा हो गए मगन, वो तो हनी-हनी-हनी गाने लगे, डेरा में पले मोटर में चले, अब तो जेल में दोनों चक्की घुमाने लगे। व्यंग भरे कविता प्रस्तुत करते ही दर्शक हाथ हिलाकर झूमने लगे।
देवेन्द्र परिहार की देशभक्ति कविता ने युवाओं में भर दिया जोश
टाउन हाल में हंसी-मजाक के दौर के बीच दर्शकों ने देशभक्ति की भी झलक देखी। कवि छत्तीसगढ़ के देवेन्द्र परिहार ने पहली बाणी ही आजादी की लड़ाई से शुरू की।
भूषण रागी के हास्य से सभी हुए लोटपोट
कवि मंच की अध्यक्षता कर रहे आगरा के भूषण रागी की बारी आई। माइक थामते ही दर्शकों ने तालियां बजानी शुरू कर दी। इन्होंने अपनी व्यंग और हास्य कविताओं की छाप दर्शकों पर छोड़ी। रिमझिम फुहारों से श्रोताओं को भीगो कर खूब वाहवाही और तालियां बटोरी।
नरेन्द्र मिश्र धड़कन की कविता की खूब हुई वाहवाही
छत्तीसगढ़ से आए वरीय कवि नरेन्द्र मिश्रा धड़कन की बारी आई तो दर्शकों ने तालियों से स्वागत किया। गीत के धनी इस कवि ने अपनी कविता ..जब नदी बहती है पानी कहां रुकता है, वक्त से पहले भी फल कहां फलता है। चार वेद चार युग चार धर्म चार दिशाए।
सुबह के सत्र में पेंटिंग प्रतियोगिता
इससे पहले सुबह के सत्र में ग्रुप ए, गु्रप बी और ग्रुप सी के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चों ने अपने हुनर का परिचय दिया। बच्चों ने स्वच्छता से लेेकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।
बच्चों में प्रतिभा की नहीं है कमी
भागलपुर महोत्सव में कवि सम्मेलन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए राज्यसभा की उप सभापति कहकशां परवीन ने कहा कि यह दानवीर कर्ण की धरती है। महोत्सव से बच्चों की प्रतिभा में निखार आता है। यहां के बच्चे कुछ ऐसा करें कि भागलपुर की पहचान विश्व पटल पर हो। यहां प्रतिभा कमी कमी नहीं है। मुख्य अतिथि दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी संयम कुमार ने कहा कि नागरिक विकास समिति के कार्यों की सराहना की। भागलपुर का गौरव बना रहे इसे उभारने के लिए लगातार कोशिश रहती है। भागलपुर महोत्सव का मंच बच्चों को ब्रेक देता है। यहां कला प्रदर्शन करने वाले बच्चे बड़े फलक पर जाएंगे। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार जिवेश रंजन सिंह, पूर्व मेयर दीपक भुवानिया, पूर्व मेयर वीणा देवी, समिति के अध्यक्ष जियाउर रहमान थे। कार्यक्रम का संचालन प्रधान सलाहाकर रमण कर्ण ने की। अतिथियों का स्वागत सचिव सत्यनारायण प्रसाद ने किया। इस मौके पर कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर, राकेश रंजन, आलोक कुमार, सहित समिति के कई सदस्य मौजूद थे।
गजलों और शायरी की बारिश में भींगते रहे श्रोता
लकीरें तो हमारी भी बहुत खास हैं...तभी तो आप जैसे दोस्त हमारे पास हैं..., आपका प्यार पाकर बरबस खींचता चला आया...। इस प्यार भरे शायरी से गजल उस्ताद कमाल अहमद ने अपनी पुरकशिश आवाज में जैसे ही गुनगुनाना शुरू किया तो अहसास श्रोताओं के दिलों को छू गया। मौका था 13वें भागलपुर महोत्सव के गजल सह सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का। टाउन हाल में सजी इस महफिल में सुरीली गजलों ने शहरवासियों को मुग्ध कर दिया। उन्होंने खास फरमाइश पर जब गुलामी अली की गजल कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तेरा, कुछ ने कहा ये चांद है कुछ ने कहा...प्रस्तुत किया तो श्रोता झूम उठे। इसके बाद जगजीत सिंह की गजल कौन कहता है मोहब्बत की जुबां होती है... कब ख्याल आपका नहीं आता...गजलें पेश की तो दर्शक कुर्सियां छोड़कर खड़े हो गए। इसके बाद दर्शकों का तालियों और शोर-शराबा का दौर काफी देर तक चला। शाम भी पूरी तरह परवान पर था। लोग गजल का जमकर लुत्फ ले रहे थे। इसके बाद आकाशवाणी की कलाकार नंदिता चकवर्ती ने दिल चीज क्या है आप मेरी जान लीजिए, बस एक बार मेरा कहा... गाई तो उपस्थित दर्शकों में जोश भर आया और सीट से खड़े होकर झूमने लगे। महिला गायिका ने आपकी आंखों में कुछ महके हुए राज है... सहित कई गजलें पेश की। श्रोताओं ने गजल संध्या का भरपूर रसपान किया। संचालन करते हुए रमण कर्ण ने कहा कि शहरवासियों की प्यार की वजह से इस महोत्सव का चर्चा आज देश स्तर पर हो रही है। अध्यक्ष जियाउर रहमान, सचिव सत्यनारायण प्रसाद, राकेश रंजन केसरी, आनंद श्रीवास्तव, सत्यनारायण साह, अभयकांत झा सहित समिति के अन्य पदाधिकारी थे।
नवनीता को बेस्ट दुल्हन का खिताब
महोत्सव के तीसरे दिन दूसरे सत्र में दुल्हन शृंगार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कई दौड़ से गुजरने के बाद फाइनल राउंड के लिए अंतिम तीन में नवनीता कुमारी, ऋचा राज, अमृता भारती और सुमित्रा कुमारी का सेलेक्शन हुआ। इन तीनों के बीच राउंड वॉक किया गया। तीनों अलग-अलग परिवेश धारण कर बिहारी दुल्हन बनीं हुई थीं। इधर जज के रूप में मिस एंड मिस्टर्स एशिया अवार्ड की विजेता डॉ. नेहा गुप्ता, अभिजीत मनीष व तनु प्रकाश ने थे। अंत में नवनीता कुमारी को बेस्ट दुल्हन का अवार्ड डॉ. नेहा गुप्ता ने दी। वहीं, ऋचा राज, दूसरा और अमृता तीसरे और सुमित्रा चौथे स्थान पर रहीं।
निंबोड़ा निंबोड़ा गीत पर हुए नृत्य ने बांधा समां
पहले सत्र में एकल और व ग्रुप डांस प्रतियोगिता, विभिन्न स्कूलों व डांस ग्रुप के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। फिल्मी, फोक, देशभक्ति व भक्ति गीतों पर डांस की प्रस्तुति से बाल कलाकारों ने समां बांध दिया। वेस्टर्न व भारतीय नृत्य शैली के मेलजोल से पेश किये गये कार्यक्रमों को देखकर दर्शकों ने खूब तालियां बजायी. दर्शकों से मिले अभिवादन से बाल कलाकारों का हौसला बुलंद रहा। कलाकारों ने मोहे रंग दो लाल..., निंबोड़ा निंबोड़ा... तेरा करुं दिन गिन गिन के इंतजार..., सारा जमाना हसीनों का दीवाना, इक तेरा नाम है सांचा, मेरी मां जैसे गीतों पर प्रस्तुति दी। रंग बिरंगे पोशाक व रूप सज्जा में प्रस्तुति दे रहे बच्चे काफी आत्मविश्वास से लबरेज दिखे।
वीवीपैट मशीन से मतदान के लिए किया जागरूक
जिला निर्वाचन शाखा की ओर से भागलपुर महोत्सव में इवीएम मशीन से मतदान करने को जागरूक किया गया। मौके पर वीवीपैट मशीन से मतदान कराया गया। प्रशिक्षण देने आए प्रशिक्षक डॉ. शेखर गुप्ता, अरविंद नंदन, अरविंद राणा ने बताया कि मतदाता जिस बटन को दबाएंगे, उसकी पर्ची मतदाता को दिखेगी। इस मौके पर दर्शकों ने मास्टर ट्रेनरों से सवाल जवाब भी किए।
कोर्ट मार्शल का किया गया मंचन
गजल के बाद भारतेन्दु नाट्य अकादमी लखनऊ से प्रशिक्षित युवा नाट्य निर्देशक कुमार चैतन्य प्रकाश के निर्देशित नाटक कोर्ट मार्शल का मंचन किया गया। कोर्ट मार्शल प्रख्यात नाट्य लेखक स्वदेश दीपक लिखित एक ऐसा नाटक है जो बिना किसी अत्युक्ति के ऐसी सही जगह प्रहार करता है कि सत्य एक दहकते हुए अंगारे की तरह उदघटित होता है। नाटक में सवार रामचंदर से अपने अफसर मोहन वर्मा का हत्या कर देता है। कैप्टन बीडी कपूर पर जानलेवा हमला मामले में उसका कोर्ट मार्शल किया जा रहा है। रामचंदर ने हत्या की है यह साबित तथ्य है लेकिन बचाव पक्ष के वकील विकास रॉय के लिए ज़रूरी यह है कि हत्या किस वजह से की गई। समाज में भेद्भाव की विसंगतियों को खुलकर चुनौती देता इस नाटक को दर्शकों ने खूब सराहा। दृश्यबंध और और उसमें लाल, काले और हरे रंग के पर्दे का इस्तेमाल सेना के वास्तविक कोर्ट मार्शल का अहसास दे रहे थे। कर्नल सूरत सिंह की भूमिका में शशिकांत और मेजर पूरी की भूमिका में रंजीत कुमार मिश्रा ने अपने किरदार के साथ न्याय किया। वकील विकास रॉय की भूमिका में स्वयं निर्देशक चैतन्य ने अपनी भूमिका से दर्शकों को भावुक कर दिया। इस मौके पर आलय के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, सचिव शशि शंकर और राजेश झा सहित कई थे।
स्कूल स्तरीय ग्रुप डांस सीनियर के विजेता
प्रथम - होली फैमिली स्कूल
द्वितीय - संत जोसेफ स्कूल
तृतीय - डीएवी पब्लिक स्कूल
अध्यक्षीय - हैप्पी वैली स्कूल
स्कूल स्तरीय ग्रुप डांस जूनियर के विजेता
प्रथम - सेंट जोसेफ स्कूल
द्वितीय - होली फैमिली स्कूल
तृतीय - संत माही स्कूल
अध्यक्षीय - बिड़ला ओपन माइंड स्कूल
एकल नृत्य ग्रुप के विजेता
प्रथम - प्रिंस कुमार
द्वितीय - आयुष केडिया
तृतीय - रहिबा अनवर
अध्यक्षीय - अदिति गोयल