हॉर्न की तेज आवाज से बहरे हो रहे लोग
भागलपुर शहर में वाहनों के हार्न से लोग परेशान हैं। युवा अपनी बाइक में चीनी हार्न लगा रहे हैं, जिसकी तेज आवाज लोगों के कान खराब कर रही है।
भागलपुर [अशोक अनंत]।
भागलपुर भले ही स्मार्ट सिटी में शामिल हो गया हो लेकिन यहां ध्वनि मापक यंत्र नहीं है। शहर के मुख्य सड़क और बाजार में रहने वाले लोग हॉर्न की तेज आवाज से बहरेपन का शिकार हो रहे हैं। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के इएनटी विभाग में प्रतिमाह कम से कम पांच से आठ नये मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जो बहरेपन के शिकार हो चुके हैं। मोटर यान निरीक्षक द्वारा भी वाहन में तेज आवाज का हार्न लगाने वाले चालकों पर जुर्माना किया गया है। लेकिन लगातार वाहन के हॉर्न चेकिंग का अभियान नहीं चलाया जाता। मोटरसाइकिल में 15 से 25 वर्ष के युवक तेज आवाज के हार्न लगा रहे हैं।
तेज आवाज से श्रवण शक्ति हो रही कम
इएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. वरुण ठाकुर के मुताबिक 110 डेसेबल की आवाज कान के लिए ठीक है। लेकिन मोटरसाइकिल और अन्य वाहनों में 250 डेसेबल आवाज के हार्न लगाए जा रहे हैं। लगातार तेज आवाज से लोग बहरेपन के शिकार हो रहे हैं। प्रतिदिन पांच से आठ नये मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
बाजार के लोग ज्यादा प्रभावित
शहर के मुख्य सड़क के किनारे जिनके घर या दुकानें हैं, लगातार तेज आवाज से कान में खराबी आ रही है। शहर के खलीफाबाग चौक से स्टेशन चौक, पटल बाबू रोड के निवासी और दुकानदार तेज आवाज से परेशान हैं। कान का इलाज करवाने वालों में इन लोगों की संख्या ज्यादा है।
वाहन में छोटे वाहन में प्रेशर हॅार्न लगाने पर जुर्माना
नियम के मुताबिक छोटे वाहनों में प्रेशर हॉर्न लगाने से 190 सेक्शन टू के तहत एक हजार रुपये तक का जुर्माना है। छोटे वाहन में टीटी हॉर्न लगाना है
10 फीसद युवक खरीद रहे हैं प्रेशर हॉर्न
ऑटो पार्ट्स दुकानदार एमडी राजू ने कहा कि 15 से 25 वर्ष के 10 फीसद युवक प्रेशर हॉर्न खरीदते हैं। यह हॉर्न चायना का है, जिसकी कोई गारंटी नहीं रहती।