जनता की पुकार, अब तो जागिए नगर सरकार, अवैध खटाल को लेकर मुखर होने लगे लोग
भागलपुर शहर के कई इलाके और सड़क किनारे तबेला का धंधा फल-फूल रहा है। नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से किसी तरह की कार्रवाई तबेला संचालकों पर नहीं की जा रही है।
भागलपुर, जेएनएएन। शहर में चले रहे अवैध खटाल (तबेले) से जनता तंग आ चुकी है, लोग मुखर होने लगे हैं। प्रशासन से पत्र लिखकर गुहार लगा रहे हैं। लेकिन, प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। प्रशासन और नगर निगम को अपनी सोई दृढ़ इच्छा जगाने की जरूरत है। ये लोग सजग और कार्रवाई के मूड में होंगे, तभी शहर को अवैध खटालों से निजात मिलेगी।
नगर निगम की ओर से किसी तरह की कार्रवाई तबेला संचालकों पर नहीं की जा रही है। ऐसे में संचालकों का मनोबल काफी बढ़ गया है। जिस सड़क से हर दिन कई वाहन गुजरते हैं, वहां भी अपना साम्राज्य फैला रखा है। बरसात के दिनों में स्थिति और भयावह है। बारिश की वजह से जहां-तहां लगे गोबर का ढेर सड़क और नालियों में बह रहा है।
प्रशासन सुविधा दे तो नहीं रहेंगे आवासीय क्षेत्र में
अवैध खटाल संचालकों की दलील भी प्रशासन को सुनने की जरूरत है। संचालकों का कहना है कि प्रशासन सुविधा दे तो आवासीय क्षेत्र में खटाल नहीं रहेंगे। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के नियम के अनुसार सरकारी जगह उपलब्ध कराना चाहिए। संचालकों का कहना है कि वर्षो से इस धंधे में हैं। सरकार या प्रशासन की ओर से किसी तरह की सुविधाएं नहीं है। पशुओं का गोबर गंगा या नाली में नहीं बहाएंगे तो कहां फेंके। पशुपालक रामस्वरूप यादव का कहना है कि अपने स्तर पर जो भी बेहतर हो रहा उसे कर रहे हैं।
आज वर्चुअल संवाद में जुटेंगे प्रबुद्ध लोग
स्मार्ट सिटी में अवैध तबेले को लेकर दैनिक जागरण की ओर से चलाए जा रहे अभियान के आखिरी दिन गुरुवार को वर्चुअल संवाद का आयोजन किया गया है। इसमें शहर के समाजिक कार्यकर्ता और प्रबुद्ध लोग भी शामिल होंगे। लोग खटाल से हो रही समस्याओं के बारे में राय-विमर्श रखेंगे।
सेवा में जिलाधिकारी महोदय
महाशय, निवेदन पूर्वक कहना है कि गली-मोहल्ले में अवैध खटाल खुल जाने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है। ऐसे संचालकों को चिह्नित कर कार्रवाई करने
की जरूरत है। शहर के सिंकदपुर इलाके में पशुओं के रखने की समुचित व्यवस्था नहीं है। सड़क पर ही पशुओं को बांध देते हैं। सड़क पर ही गो मूत्र और गोबर रहने से वातावरण भी दूषित हो रहा है। संक्रमण का खतरा बढऩे की संभावना है। कई बार मोहल्ले के लोगों ने संचालकों से शिकायत भी की है। लेकिन, कोई समझने को तैयार नहीं है। कार्रवाई कर खटाल और पशुओं को मोहल्ले और सड़क से दूर किया जाए।-निवेदक, सिकंदरपुर वासी।