बेतरतीब तरीके से लगने वाले हाट से लोग हो रहे परेशान, प्रशासन उदासीन
हाट लगने के समय इस मार्ग से गुजरना अब टेढ़ी खीर हो गया है। ऐसे ही एनएचके किनारा को अतिक्रमित कर दर्जनों अस्थाई दुकानें लगा दी गई हैं । अंचल एवं पुलिस प्रशासन इस दिशा में उदासीन हैा इससे अतिक्रमणकारियों का मनोबल और बढ़ गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सबौर में सप्ताह के दो दिन गुरुवार और रविवार को लगने वाला पंचवटी बड़ी हाट अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहा है। विक्रेताओं ने अब सबौर हाइ स्कूल मार्ग के साथ साथ एनएच 80 को भी अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है। अब इस हाट का एनएच 80 के पास भी फैलाव हो गया है जिससे दिन के 10:00 बजे से देर शाम तक जाम लगा रहता है ।आने जाने वाले को भारी दिक्कत होती है। हालात दिन प्रतिदिन इतनी बदतर हो गई कि हाट लगने के समय इस मार्ग से गुजरना अब टेढ़ी खीर हो गया है। ऐसे ही एनएचके किनारा को अतिक्रमित कर दर्जनों अस्थाई दुकानें लगा दी गई हैं ।उस पर हाट का लगना नींम पर करेला का काम कर रहा है। सबौर और आसपास के क्षेत्र वासी त्राहिमाम कर रहे हैं।
अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन उदासीन
सबौर की भीषण समस्या के प्रति स्थानीय प्रशासन पुलिस प्रशासन और जनप्रतिनिधि उदासीन है। हाट लगवाने वाले को तो सिर्फ बट्टी से मतलब है। दुकानदार कहां दुकान लगा रहे हैं इसे देखने वाला कोई नहीं है। स्थानीय वार्ड सदस्य अमित कुमार ,गौरी पोद्दार ,विनोद कुमार, समाजसेवी संजय कुमार, शंभू कुमार गोस्वामी, ठग देव झा आदि कहते हैं कि हाट लगने के लिए पहले से ही हॉट बना हुआ है। लेकिन बने हुए हाट को स्थानीय लोगों ने गोदाम और पशुपालकों का सेट बना दिया है। दिनों दिन हाट में भीड़ बढ़ रही है। बेचने वालों की संख्या ज्यादा होती जा रही है। पहले हाट ग्रामीण पथ मे लगती थी ।अब उसका फैलाव उच्च विद्यालय चौक के पास एनएच का किनारा बन गया है। जिससे काफी परेशानी हो रही है। स्थानीय स्तर पर कई बार अंचल , प्रखंड और थाना को इसकी जानकारी दी गई और समस्या निदान का गुहार लगाया गया ।लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका। सड़क पर हाट लगने से ट्रकों की आवाजाही होती रहती है जिससे दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
जिला परिषद से लगती है हाट
जिला परिषद सदस्य महेश यादव कहते हैं कि हाट जिला परिषद द्वारा लगाई जाती है ।जिला परिषद कार्यालय के दो कर्मी को बट्टी वसूलने और साफ-सफाई सहित हाट का देखरेख करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है ।जाम लगने, एनएच पर हाट लगने और साफ-सफाई नहीं होने कि सारी जिम्मेदारी जिला परिषद कार्यालय की है। मेरे द्वारा भी कई बार इस संदर्भ में ध्यान आकृष्ट कराया गया है लेकिन कोई असर नहीं होता है।