corona virus : कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले आने से दहशत, घरों में दुबके लोग
रविवार को नौ लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की है। संक्रमितों में एक महिला भी है। भागलपुर में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 24 मामले सामने आ चुके हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर में रविवार को कोरोना संक्रमण के नौ नए मामले सामने आए। जिले में संख्या अब बढ़ रही है। गनीमत यही है कि प्रशासन ने सभी को क्वारंटाइन सेंटर में रखा था, जिस कारण इसके फैलाव की आशंका फिलहाल कम है। सोमवार को दो और मामले आ जाने से दो दिनों में अब तक 11 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। दोनों मरीज सुल्तानगंज और लोदीपुर इलाके के हैं।
सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने नौ लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की है। संक्रमितों में एक महिला भी है। भागलपुर में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 26 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से तीन लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। रविवार जिन लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनमें भागलपुर शहर के अलीगंज में एक, सबौर के इंग्लिश में पांच और गोराडीह प्रखंड के अगरपुर गांव का तीन युवक शामिल है। सिविल सर्जन ने बताया कि शुक्रवार को टेन से प्रवासी भागलपुर पहुंचे थे। उस दिन सभी को अल्पसंख्यक छात्रवास में बने क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया था। शनिवार को क्वारंटाइन सेंटर में 40 लोगों का सैंपल जांच के लिए जेएलएनएमसीएच भेजा गया था। रविवार की शाम जांच रिपोर्ट आई इसमें नौ की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि सबौर के जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वे दिल्ली से आए थे। पिता की मौत होने के बाद शव लेकर दिल्ली पहुंचे थे। आठ में से पांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
महाराष्ट्र से आए थे तीनों मजदूर
गोराडीह क्षेत्र में जिन तीन मजदूरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वे महाराष्ट्र में काम करते थे। चार मई को वे गांव आए थे। इस बीच ग्रामीणों की सूचना पर प्रशासन ने तीनों को जांच के लिए मायागंज अस्पताल भेज दिया था। रविवार को तीनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
वहीं बीडीओ प्रभात केशरी ने बताया कि जनप्रतिनिधियों द्वारा सूचना दिए जाने पर तीनों को जांच के लिए भेजा गया था। कहा कि तीनों महाराष्ट्र से गांव कैसे आए इसकी जानकारी ली जा रही है। वहीं दूसरी ओर ट्रेवल हिस्ट्री को लेकर ग्रामीणों द्वारा अलग-अलग दावा किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि तीनों ट्रेन से छपरा आए थे। फिर सरकारी बस से भागलपुर आए। उसके बाद क्वारंटाइन सेंटर जाने के बजाय पैदल ही गांव चले गए। उधर, तीनों मजदूरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लोगों में दहशत का माहौल कायम हो गया है।