बदरा बेईमान, पानी को तरस रहा धान
बदरा के बेईमान होने से धान के खेत पानी को तरस रहे हैं।
पूर्णिया(मनोज कुमार) : आगामी दो अक्टूबर को मानसून का सीजन समाप्त हो रहा है लेकिन मौसम की बेरुखी ने धान किसानों के माथे पर बल ला दिया है। बदरा के बेईमान होने से धान के खेत पानी को तरस रहे हैं। मानसून के बेईमान होने से खेतों में पानी नहीं ठहर रहा तथा नमी गायब हो रही है। सितंबर में सामान्य वर्षापात की अपेक्षा 41.1 फीसद कम बारिश हुई है। वहीं जनवरी, फरवरी में भी वर्षा नहीं हुई। मार्च व अप्रैल में भी क्रमश: 4.8 व 12.2 मिमी बारिश हुई। सिर्फ अगस्त में सामान्य से अधिक 19 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। हालाकि जिले में 98,000 हेक्टेयर में धान के आच्छादन का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है लेकिन खेतों में पानी नहीं रहने से धान फसल प्रभावित हो रही है। इससे धान के बंपर उत्पादन पर सूखे का बादल मंडराने लगा है।
मानसून में औसत से हुई है काफी कम बारिश
जिले में 26 जून को मानसून ने प्रवेश किया है और दो अक्टूबर को समाप्त हो रहा है। प्रवेश के साथ मानसून जमकर बरसा तथा पहले दिन 11.2 मिमी बारिश हुई। लेकिन उसके बाद फिर बारिश की रफ्तार धीमी हो गई। जून में सामान्य वर्षापात 233.5 की जगह जिले में 187.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। लेकिन उसके बाद से वर्षा पर मानो ब्रेक लग गया। तापमान 35 डिग्री से कम नहीं हो रहा है। जुलाई में सामान्य वर्षानुपात 343.9 मिमी है लेकिन 225.94 मिमी ही हुआ है जो 34.6 फीसद कम है। जिले के सभी 14 प्रखंडों में वर्षा का अनुपात कम है। अगस्त में 315.7 मिमी तथा सितम्बर में 259.02 मिमी बारिश का औसत है। लेकिन क्रमश: 375.66 एवं 152.74 मिमी है। ऐसे में धान की बेहतर उपज होने की उम्मीद कम है।
दो करोड़ 20 लाख डीजल अनुदान का हुआ है वितरण
मौसम के मिजाज ने मौसम विभाग को भी परेशान कर रख दिया है। मानसून के अंतिम माह में नहीं के बराबर बारिश ने हालात चिंताजनक बना दिया है। ऐसे में सरकार ने क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में पटवन के लिए किसानों को डीजल अनुदान देने का निर्णय लिया है। जिले में अब तक लगभग 17 हजार किसानों के बीच डीजल का वितरण किया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी के अनुसार अब तक दो करोड़ 20 लाख रुपये का डीजल अनुदान का वितरण किया जा चुका है। अब भी किसानों के आवेदन डीजल अनुदान के लिए मिल रहे हैं। सभी को अनुदान की राशि दी जाएगी।
कोट:-
उम्मीद के अनुसार मानसून में बारिश नहीं हुई है। सितंबर में सामान्य वर्षापात 259.2 एमएम है लेकिन वास्तविक बारिश मात्र 152.74 है। कम बारिश के कारण धान के खेतों में किसान पंपसेट से पटवन कर रहे हैं। हालाकि सरकार ने सूखे से निपटने का प्लान तैयार कर लिया है। किसानों को पटवन के लिए सरकार डीजल अनुदान दे रही है। अब तक जिले में 2 करोड़ 20 लाख डीजल अनुदान दिए गए हैं।
सुरेंद्र प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी