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किसानों के अरमानों पर पानी फेर रही बारिश, भागलपुर में धान की रोपनी प्रभावित

भागलपुर में कम बारिश होने से धान की खेती प्रभावित हुई है। इससे किसान परेशान हैं। जुलाई में सामान्य से कम बारिश होने के कारण जिले के कई प्रखंडों में नहीं हो पा रही धान की रोपनी। सौ फीसद से अधिक हुई है धान के बिचड़े की रोपाई।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 09:29 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 09:29 AM (IST)
किसानों के अरमानों पर पानी फेर रही बारिश, भागलपुर में धान की रोपनी प्रभावित
बारिश कम होने की वजह से चिंता।

भागलपुर (नवनीत मिश्र)। जिले में धान किसानों के अरमानों पर बारिश पानी फेर रही है। जुलाई में लक्ष्य से कम बारिश होने की वजह से अभी तक मात्र 44 फीसद ही धान की रोपनी हो पाई है। इस माह सामान्य से 12.81 फीसद कम बारिश हुई। जिले में 52 हजार हेक्टेयर में धान की खेती होनी है। लेकिन अभी तक 22894 हेक्टेयर में ही रोपनी हो पाई है। हालांकि धान के बिचड़े की रोपाई सौ फीसद से अधिक हुई है। लेकिन बारिश नहीं होने की वजह से किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं।

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जून में हुई सामान्य से अधिक बारिश

जून में सामान्य से काफी अधिक वर्षा होने के कारण धान का बिचड़ा विलंब से गिराया गया। विलंब से बिचड़ा गिराने के कारण धान की रोपनी विलंब से शुरू हुई। जब धान की रोपनी शुरू तब से बारिश नहीं के बराबर हो रही है। नदी-नहर के इलाके में थोड़ी बहुत धान की रोपनी हुई है। कुछ किसान बोङ्क्षरग के माध्यम से रोपनी करा रहे हैं। जून में औसत 183.17 फीसद बारिश होती है। लेकिन इस साल 308.38 फीसद बारिश हुई, जो सामान्य से 68.36 फीसद अधिक है। जून में इतनी बारिश पिछले पांच वर्षों में कभी नहीं हुई थी।

खेतों में आने लगी दरार

जिस खेत में समय पर रोपनी हो गई है, उस खेत में पटवन नहीं होने की वजह से दरार पडऩे लगी है। अगर एक-दो दिन में अच्छी बारिश नहीं हुई तो किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। मेहनत के साथ-साथ हजारों रुपये बेकार चला जाएगा। हालांकि मौसम विभाग ने तीन दिनों तक अच्छी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। आसमान में बादल उमड़-घुमड़ रहे हैं। किसान आसमान की ओर नजर लगाए हुए है।

जिले में शत-प्रतिशत धान की रोपनी के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है। इस साल 53 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 22894 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है। - कृष्णकांत झा, जिला कृषि पदाधिकारी

जिला कृषि पदाधिकारी को लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत धान की रोपनी कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए जागरुकता फैलाने के लिए भी कहा गया है। - सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी

फसल लक्ष्य उपलब्धि फीसद

धान बिचड़ा-5200-5211-100.21

धान-52000-22894-44.03

जुलाई में वर्षापात की स्थिति

सामान्य वर्षापात : 252.39

2017 : 377.28

2018 : 243.83

2019 : 370.43

2020 : 333.78

2021 : 220.06

जून में वर्षापात की स्थिति

सामान्य वर्षापात : 183.17

2017 : 98.87

2018 : 132.16

2019 : 82.76

2020 : 190.29

2021 : 308.38

धान आच्छादन

प्रखंड-लक्ष्य-उपलब्धि-फीसद

जगदीशपुर-3592-1126-31.35

गोराडीह-7317-2561-35.00

पीरपैंती-4196-3346-79.74

कहलगांव-4702-1248-26.54

सन्हौला-9800-5122-52.27

सुल्तानगंज-5789-2096-36.21

शाहकुंड-10022-4932-49.21

नाथनगर-3500-1261-36.03

सबौर-1401-547-39.04

नवगछिया-364-233-64.01

बिहपुर-300-244-81.33

खरीक-293-77-26.28

रंगराचौक-260-48-18.46

गोपालपुर-114-00-0.00

इस्माइलपुर-00-00-0.00

नारायणपुर-350-53-15.14

कब कितनी हुई बारिश

- 2017 में 98.87 फीसद

- 2018 में 132.160 फीसद

- 2019 में 82.76 फीसद

- 2020 में 190.29 फीसद


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