तेज रफ्तार और लापरवाही पड़ रही भारी! मधेपुरा में NH-58 पर हर दिन हो रहे हादसे
तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण मधेपुरा में हर दिन रोड हादसे हो रहे हैं। सबसे अधिक एसएच 58 पर हादसे हो रहे हैं। परिवहन नियमों की अनदेखी व बिना हेलमेट पहने बाइक चलाने की आदत के कारण लोगों की...
संवाद सूत्र,पुरैनी (मधेपुरा)। जिंदगी अनमोल है। सुरक्षित सफर व लंबी जिंदगी के लिए हेलमेट पहनकर ही बाइक का परिचालन करें। परिवहन विभाग का यह जागरूकता स्लोगन हर बाइक चालकों के लिए है। लेकिन उदाकिशुनगंज से भटगामा जाने वाली एसएच 58 पर परिवहन नियमों की अनदेखी व बिना हेलमेट पहने बाइक चलाने की आदत आमलोगों की जिंदगी के लिए लगातार घातक व जानलेवा साबित हो हो रही है।
बावजूद एसएच 58 मुख्य मार्ग पर इसका कोई असर नहीं देखा जा रहा है। लिहाजा रोजाना सड़क हादसे में अधिकांश बाइकर्स गंभीर रूप से जख्मी सहित मौत के शिकार हो रहे हैं। मालूम हो कि उक्त मार्ग पर परिवहन विभाग की उदासीनता व लापरवाही से जहां यातायात नियमों का जरा भी पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं बाइकर्स बिना हेलमेट के फर्राटे भर रहे है।
इस मार्ग पर कभी भी विभागीय एवं स्थानीय प्रशासनिक स्तर से सख्ती के साथ वाहन चेकिंग अभियान नहीं चलाए जाने से बाइक सहित अन्य वाहन चालकों के बीच यातायात नियमों के उल्लंघन का जरा भी खौफ नहीं देखा जा रहा है। जबकि इन सड़कों पर रोजाना सड़क हादसे हो रहे हैं। क्षेत्र के आम लोगों सहित जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार किए जा रहे मांग के बावजूद अब तक दिन में भारी वाहनों के परिचालन पर नो एंट्री नहीं लगाए जाने व गति सीमा तय नहीं करने की वजह से चालकों द्वारा गति पर जरा भी नियंत्रण नहीं देखी जा रही है।
वहीं बिना हेलमेट के फर्राटे भरने वाले बाइकर्स की मनमानी भी चरम पर देखी जा रही है। ऐसे में लगातार सड़क हादसा होना स्वाभाविक है।
पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग द्वारा समय-समय पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया जाता है। बिना हेलमेट, ड्राइविंग लाइसेंस व इंश्योरेंस के बाबत जुर्माना भी वसूला जाता है। लेकिन उसका असर जांच अभियान तक ही देखा जाता है। सड़कों पर बाइकर्स की भीड़ में मात्र पांच फीसद लोग ही हेलमेट पहनकर बाइक चलाते नजर आते हैं। 95 फीसद बाइकर्स खासकर युवा व कम उम्र के लड़के बिना हेलमेट के ही अनियंत्रित रफ्तार से फर्राटे भरते हैं। इससे हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। कम उम्र के लड़के बिना ड्राइविंग लाइसेंस के ही बाइक, जुगाड़ वाहन, आटो, ई-रिक्शा चलाते खुलेआम देखें जा रहे हैं।
सड़क हादसे के शिकार अधिकांश बाइकर्स होते हैं। अनियंत्रित रफ्तार व बिना हेलमेट के बाइक चलाने के कारण आए दिन सड़क हादसे में मौत हो रही है। इसमें कमी लाने व सुरक्षित सफर के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने के लिए ही हेलमेट की जांच की जाती है। बाइक चालकों को यह समझना चाहिए कि हेलमेट का उपयोग करने से उनकी जिंदगी सुरक्षित रहेगी। जुर्माना भरने के बदले अपनी आदत में बदलाव लाकर हमेशा हेलमेट पहनना चाहिए। इसके अलावे अन्य सवारी वाहनों की भी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाती है।
दीपक चंद्र दास, थानाध्यक्ष,पुरैनी