Acid attack : वाराणसी में जिंदगी और मौत के बीच जद्दोजहद कर रही छात्रा, एक आरोपी गिरफ्तार
वाराणसी अस्पताल में भर्ती छात्रा असहनीय दर्द से चिल्ला देती है। डॉक्टरों ने दर्द कम होने के लिए दवाइयां दी है। उसे डॉक्टरों की टीम ने अपनी कड़ी निगरानी में रखा है।
भागलपुर [जेएनएन]। अलीगंज में इंटर की नाबालिग छात्र को शुक्रवार को एसिड से नहलाने वाले बदमाशों के सहयोगी प्रिंस कुमार को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह छात्र के पड़ोस में ही रहता था। इधर, पीड़िता के पिता ने बबरगंज पुलिस चौकी में बेटी पर एसिड से हमले का केस दर्ज कराया है। जिसमें उन्होंने प्रिंस समेत तीन अज्ञात पर आरोप लगाया है। पुलिस के मुताबिक घटना में शामिल अपराधियों को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी। पुलिस ने फारेंसिक विभाग की टीम और डॉग स्क्वायड से भी घटनास्थल की जांच कराई है। यह जानकारी एसएसपी आशीष भारती ने शनिवार को दी। इधर, देर रात शक के बिना पर हिरासत में लिए गए राजा की निशानदेही पर छात्र का मोबाइल पुलिस ने बरामद कर लिया है। इससे पूर्व, घटना के विरोध शहर में कई जगह छात्र व सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन किया। व़हीं, अलीगंज में एसिड हमला करने वाले दरिंदों की शिकार छात्रा को शुक्रवार को आधी रात बाद ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी रेफर कर दिया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा है।
एसिड अटैक पीड़िता को मुआवजे के लिए पुलिस ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार को प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें तीन लाख तक के मुआवजे का प्रावधान है। एसएसपी ने बताया कि उन्होंने वाराणसी एसएसपी से बात कर पीड़िता को बेहतर सुविधा मुहैय्या कराने का अनुरोध किया है। एसएसपी ने छात्र के बयान और सहयोग के लिए महिला थानेदार रीता कुमारी और एक इंस्पेक्टर को वाराणसी जाने को कहा है।
एसआइटी की टीम में शामिल
एसएसपी ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज के नेतृत्व में एसआइटी गठित की है। इसमें सिटी डीएसपी राजवंश सिंह, मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर राम एकबाल यादव, हबीबपुर इंस्पेक्टर अली शाबरी, बबरगंज इंचार्ज मिथिलेश कुमार चौधरी और डीआइयू के कर्मी शामिल हैं। एसआइटी ने शनिवार को दिन भर इलाके की खाक छानी। कई लोगों से पूछताछ की। पुलिस ने संदेह के आधार पर गंगटी के राजा समेत एक अन्य संदिग्ध को हिरासत में लिया है। दोनों छात्र के घर के आसपास अड्डेबाजी करते थे।
करीब 15 मिनट में दे दिया घटना को अंजाम
एसिड से छात्रा पर हमला करने वाले अन्य अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस तकनीकी अनुसंधान का भी सहारा ले रही है। अब तक पुलिस को इस मामले में अज्ञात नकाबपोश हथियार बंद अपराधियों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। ऐसे में पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य सड़क पर कई कैमरे खंगाले हैं। लेकिन अपराधियों के आने जाने के बारे में पता नहीं चल रहा है। आशंका है कि अपराधी घर के पिछले रास्ते से ही आए थे। कैमरा खंगालने से यह बात स्पष्ट हुआ है कि अपराधियों ने 15 मिनट में घटना को अंजाम दिया है।
कोचिंग कनेक्शन की हो रही जांच
पुलिस इस मामले में कोचिंग कनेक्शन की जांच कर रही है। इस लेकर छात्रा के एक पुराने साथी के बारे में भी पुलिस ने बारीकी से जांच की। पुलिस इस संबंध में काफी फूंक फूंक कर कदम रख रही है। ताकि अनुसंधान सही दिशा में चल सके।
डॉग स्क्वायड ने खंगाला इलाका
एसिड से हमले की खौफनाक वारदात के बाद पुलिस के हाथ पांव फूले हुए हैं। इस मामले का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने सभी संसाधनों को जांच में लगाया है। एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर करीब तीन घंटे तक फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड घटनास्थल पर पहुंची। मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर राम एकबाल यादव और बबरगंज चौकी इंचाज मिथिलेश कुमार चौधरी डॉग स्क्वायड के साथ ही लोकेशन नोट कर रहे थे। उन लोगों को कई स्थान ऐसे मिले जहां कुत्ता कई बार रूक जाता था। एसएसपी आशीष भारती भी घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों से बात की।
क्या की फोरेंसिक टीम ने जांच
फोरेंसिक विभाग की चार सदस्यीय टीम ने घटनास्थल से जले हुए कपड़ों के नमूने इक_ा किया। इसके बाद छत से लेकर घटनास्थल की दूरी को मापा। उन लोगों ने घर में कई जगहों से फिंगर प्रिंट के नमूने भी एकत्र किए हैं। टीम एसिड का बोतल खोज रही थी। लेकिन वह नहीं मिली। दूध के नमूने को भी टीम ने एकत्र किया है। बता दें कि जिस समय छात्रा को एसिड से नहलाया गया था। वह दूध गर्म कर रही थी। एसिड दूध में भी चला गया था। जिस वजह से आग की तेज लपटें उठी थी। टीम ने किचन से भी नमूना इक_ा किया। टीम में शामिल फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने आरोपित प्रिंस और संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए युवकों के उंगलियों और नाखूनों के निशान लिए।
किन स्थानों पर गई डॉग स्क्वायड
वहीं डॉग स्क्वायड की टीम ने बदमाशों के छूटे हुए रूमाल और थैले के आधार पर इलाके का खाक छाना। नमून सूंघते हुए डॉग स्क्वायड का कुत्ता करीब आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक पोखर के समीप पहुंचा। वहां से वह पास के ही भैरो गांव की तरफ चला गया। वहां उसने बालेश्वर पासवान के घर में प्रवेश किया। वहां उनका पुत्र गुलशन मौजूद था। फिर वहां से निकलने के बाद कुत्ता सरयुग मंडल के घर पहुंचा। सरयुग के छह बेटे हैं। घर पर उनका बेटा अनिल मौजूद था। कुत्ता तीन बार इधर उधर से घूमकर बार बार सरयुग के घर में आ जाता था। वह तीन बार उसी घर में आकर रूक जाता था। पुलिस ने उन लोगों का नाम पता नोट कर लिया है। पुलिस जांच कर रही है।
दो दिन पहले प्रिंस ने छत पर किया था भद्दा कमेंट
एसिड हमले में आरोपित प्रिंस ने छात्रा पर घटना से दो दिन पहले छत पर टहलते समय भद्दा कमेंट किया था। इस बात की जानकारी छात्रा ने वाराणसी में अपने पिता और पुलिस के समझ दिया है। काफी पूछने के बाद कराहते हुए उसने सारी बात बताई है। पुलिस ने उसका बयान कलमबद्ध कर लिया है। छात्रा के पिता ने बताया कि उसे पहले बेटी ने यह बात नहीं बताई थी। शनिवार को वाराणसी जाने के क्रम में इस बात की चर्चा बेटी ने की।
पिता बोले बेटी पर थी प्रिंस और उसके साथियों की बुरी नीयत
छात्रा के पड़ोसी प्रिंस की उस पर बुरी नीयत थी। प्रिंस के बाथरूम के वेंटिलेशन से छात्रा के किचन की खिड़की साफ दिखाई देती है। जांच में पुलिस को पता चला है कि जिस समय छात्रा पर एसिड से हमला हुआ। वह बाथरूम से छात्रा को झांक रहा था। उसके सामने ही अपराधियों ने छात्रा को एसिड से नहला दिया था। प्रिंस के बारे में जानकारी मिली है कि वह हर रोज छात्रा के किचन में जाते ही ताक झांक शुरू कर देता था। लेकिन छात्रा या घर वालों को इसके बारे में पता तक नहीं है कि उसे कोई देखता भी था।
वाराणसी में जिंदगी और मौत के बीच जद्दोजहद कर रही छात्रा
अलीगंज में एसिड हमला करने वाले दरिंदों की शिकार छात्रा को शुक्रवार को आधी रात बाद ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी रेफर कर दिया गया था। परिजनों ने उसे बेहतर इलाज के लिए वाराणसी नगर निगम समीप स्थित समयन अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां छात्रा जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। उसकी हालत अस्पताल प्रबंधन ने काफी चिंताजनक बताई है। लेकिन छात्रा की हालत देखकर अस्पताल प्रबंधन भी इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इसी बीच स्थानीय पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समझ छात्रा का बयान कलमबद्ध कर लिया है। बयान की कॉपी लेने के लिए भागलपुर पुलिस निकल गई है।
असहनीय दर्द के कारण बार बार चिल्लाती है छात्रा
अस्पताल में भर्ती छात्रा बार बार असहनीय दर्द से चिल्ला देती है। इस कारण डॉक्टरों ने दर्द कम होने के लिए कई जरूरी दवाइयां दी है। उसे डॉक्टरों की टीम ने अपनी कड़ी निगरानी में रखा है। ताकि किसी भी स्थिति में डॉक्टर उसे जरूरी चीजें मुहैय्या करा सके। बता दें कि मायागंज अस्पताल में ही उसकी हालत काफी गंभीर बनी हुई थी। चिकित्सकों ने बताया था कि उसके चेहरे, आंख, कान को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। एसिड अटैक के कारण छात्रा के शरीर के उपरी हिस्से के त्वचा को ज्यादा नुकसान हुआ है।