ऑन द स्पॉट निपटाए गए बिजली बिल और जमीन विवाद के मामले, भागलपुर में इन दो स्थानों पर लगाए गए शिविर
भागलपुर में बिजली बिल और जमीन विवाद के मामले ऑन द स्पॉट निपटाए गए। इसके लिए सबौर में दो जगहों पर शनिवार को शिविर का आयोजन किया गया। इसमें कई लोगों ने आवेदन दिया जिस पर तुरंत कार्रवाई की गई।
जासं, भागलपुर। सबौर प्रखंड में शनिवार को दो शिविर का आयोजन किया गया। एक ओर जहां बिजली विभाग की शिविर लगी वहीं दूसरी ओर जीरोमाइल थाना और सबौर थाना में जमीन विवाद सुलझाने संबंधी शिविर लगाया गया। जीरोमाइल थाना में जहां आधा दर्जन आवेदन प्राप्त हुए। वहीं सबौर थाना में तकरीबन एक दर्जन आवेदन लोगों ने देकर जमीन विवाद सुलझाने की गुहार लगाई ।
सीओ विक्रम भास्कर के नेतृत्व में सबौर थानेदार सुनील कुमार झा और जीरोमाइल थानेदार राज रतन, कर्मचारी प्रमोद तिवारी ,सीआई प्रमोद पासवान आदि ने मिलकर जमीन विवाद सुलझा ने का प्रयास किया। एक पक्ष के आवेदन देने के बाद दूसरे पक्ष को नोटिस निर्गत किया गया ताकि दोनों पक्षों से बातें सुनी जा सके और नियमानुसार सुलझाया जा सके। वही पहले से चले आ रहे हैं मामलों का निष्पादन भी किया गया। हालांकि निष्पादन की गति धीमी है। पीड़ित कई महीनों से मामले लेकर आ रहे हैं लेकिन उनका समाधान नहीं हो पा रहा है।
प्रखंड मुख्यालय सबौर में महीने के पहले शनिवार को बिजली विभाग द्वारा शिविर लगाया गया। शिविर में उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान किया गया ।इसी कड़ी में कूल 31 आवेदन दिया गया जिसमें बिल से संबंधित त्रुटि, बिल का अधिक आना, कई महीनों से नहीं आना, मीटर खराब आदि समस्या लेकर उपभोक्ता शिविर में पहुंचे। मौके पर ही 11 आवेदनों का निष्पादन शिविर में ही कर दी गई ।बचे हुए शेष आवेदनों पर त्वरित समाधान का आश्वासन दिया गया। शिविर लगने से और उसका समाधान होने से उपभोक्ता संतुष्ट दिखे और सरकारी कार्य की सराहना की। सनद हो कि आरंभ में जब शिविर लगता था तो सैकड़ों की संख्या में उपभोक्ता कतार वध दिखते थे। लेकिन अब शिविर में उपभोक्ताओं के आने की संख्या कम हो गई है। इसका मूल कारण यह है कि लगातार समस्या का समाधान किया जा ता है।
मौके पर सुपरीटेंडेंट इंजीनियर श्री राम सिंह एक्सकुटिव इंजीनियर राकेश कुमार निराला ,रेवेन्यू के असिस्टेंट इंजीनियर विक्रम कुमार ,आईटी मैनेजर भास्कर ठाकुर, जेई सुमित कुमार सहित बिजली विभाग की पूरी टीम शिविर में उपस्थित थी और उपभोक्ताओं की समस्या शिविर में ही समाधान कर रही थी।