ओला इलेक्ट्रिक बाइक के चक्कर में बुरा फंसा खगड़िया का व्यवसायी, कंटेनर खुला तो उड़ गए होश
खगडि़या में ओला इलेक्ट्रिक बाइक खरीदने के दौरान धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। खगडि़या में 14 लाख रुपये की ठगी हो गई। खाली ट्रक पहुंचा। कथित ओला इलेक्ट्रानिक बाइक कंपनी के डीलरशिप व बाइक आपूर्ति के नाम पर यह खेल हुआ है।
जागरण टीम, गोगरी, महेशखूंट (खगडिय़ा)। ठगी की लगातार घटना घटित हो रही है। इस कड़ी में अब एक नया मामला सामने आया है। इलेक्ट्रानिक बाइक कंपनी के डीलरशिप व बाइक आपूर्ति के नाम पर 14 लाख की ठगी की गई है। यह मामला मंगलवार को तब उजागर हुआ जब कथित कंपनी की ओर से बाइक भेजने के बदले खाली ट्रक भेज दिया गया। दरअसल गोगरी थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मीनगर हाट के प्रीतम कुलकर्णी ने ओला इलेक्ट्रानिक बाइक कंपनी के डीलरशिप और शो-रूम खोलने के लिए आनलाइन आवेदन दे रजिस्ट्रेशन कराया। रजिस्ट्रेशन के नाम पर पहले चार लाख रुपये की मांग की गई। प्रीतम ने उसका भुगतान कर दिया।
उसके बाद एसेसरीज मंगाने के नाम पर चार लाख रुपये और आनलाइन पेमेंट कराये गए। उसके बाद ओला इलेक्ट्रानिक बाइक कंपनी के कुछेक स्टाफ को प्लाट देखने के लिए भेजा गया। प्रीतम ने उन्हें महेशखूंट में ही शो रूम खोलने वाली जगह दिखाई। उस दौरान यहां पहुंचे लोगों ने प्रीतम से एग्रीमेंट भी किया। उसके बाद कंपनी के लोगों ने सब कुछ ठीक बताया और शो- रूम के लिए बाइक भेजे जाने की बात कही। उसके लिए पहले 75 प्रतिशत और बाइक आपूर्ति के समय 25 प्रतिशत राशि देने की बात हुई थी। कथित कंपनी के लोगों ने तीन ट्रक में बाइक व अन्य एसेसरीज भेजने की बात कही। उसके तहत मंगलवार को एक ट्रक महेशखूंट पहुंचा।
शेष ट्रक व माल उतारने के सवाल पर बाकी छह लाख रुपये भी जमा करा लिए गए। उसके बाद जिस नंबर से बात हो रही थी, वह बंद हो गया। इसके बाद प्रीतम के कहने पर ट्रक चालक द्वारा ट्रक पर ढके तिरपाल हटाने पर ट्रक खाली पाया गया। तब प्रीतम को ठगे जाने का एहसास हुआ। इस पर उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। इस संबंध में महेशखूंट थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने कहा कि पीडि़त द्वारा कुल 14 लाख की ठगी होने की सूचना दी है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। ट्रक के साथ आए एक कर्मी सतीश कुमार ने बताया कि ट्रक की बुकिंंग पटना से घर का सामान महेशखूंट पहुंचाने के लिए की गई थी। उसमें प्रीतम कुलकर्णी का पता व नंबर दिया गया था। बुक कराने वाला व्यक्ति उसके कार्यालय में भी आया था।