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नौनिहालों को अपराध की दुनिया में जाने से रोकने की पुलिस ने की पहल... जानिए

सरकारी आंकड़ों की मानें तो शराब तस्करी, बाइक चोरी, चेन स्नेचिंग, लूट, चोरी समेत अन्य घटनाओं में बच्चों की संख्या में काफी बढ़ गई है। बच्‍चे शोक पूरा करने के लिए यह करते हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 08:00 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 02:53 PM (IST)
नौनिहालों को अपराध की दुनिया में जाने से रोकने की पुलिस ने की पहल... जानिए
नौनिहालों को अपराध की दुनिया में जाने से रोकने की पुलिस ने की पहल... जानिए

भागलपुर [बलराम मिश्रा]। नौनिहालों को अपराध की दुनिया में जाने से रोकने के लिए पुलिस ने पहल शुरू की है। भागलपुर पुलिस इसके लिए अब स्कूल और कॉलेज में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं जागरूक करने के लिए वहां जाएगी। जल्द ही इस लेकर नई व्यवस्था लागू हो रही है। इसके लिए एसएसपी आशीष भारती ने एएसपी विनीत कुमार को रणनीति बनाने की जिम्मेवारी सौंपी है। एसएसपी ने कहा कि बाल अपराध में बढ़ोतरी पुलिस के साथ समाज के लिए भी चिंता का विषय है। इसके लिए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा इसके तहत बच्चों को ट्रैफिक नियमों से लेकर अन्य तरह के अपराधों को लेकर जागरूक करेगी। ताकि किसी के बहकावे में आकर अपराध की दुनिया में कदम ना रखे।

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लोक संवाद गोष्ठी की तर्ज पर होगा स्कूल और कॉलेजों में आयोजन

डीआइजी विकास वैभव द्वारा शुरू कराए गए माह के प्रत्येक पहले शनिवार को 'लोक संवाद गोष्ठी' के तर्ज पर ही इसकी शुरूआत एसएसपी कराएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को जागरूक करने के लिए पुलिस टीम विशेष तौर पर स्कूल-कॉलेज जाएगी। इस कार्य के लिए समाज के लोगों और सामाजिक संगठनों की भी मदद ली जाएगी। एसएसपी ने बताया कि हाल ही में कई ऐसे मामले आएं हैं। जिसमें बच्चे पकड़े गए हैं। उन्हें बाल सुधार गृह भेजा गया है। लेकिन इसके स्थायी समाधान के लिए ऐसी व्यवस्था की जा रही है।

शराब तस्करी, बाइक चोरी, लूट, चेन स्नेचिंग में बढ़ी है बच्चों की संख्या

सरकारी आंकड़ों की मानें तो शराब तस्करी, बाइक चोरी, चेन स्नेचिंग, लूट, चोरी समेत अन्य घटनाओं में बच्चों की संख्या में काफी बढ़ गई है। वे आर्थिक रुप से सबल होने के लिए, पॉकेट खर्च निकालने के लिए ऐसे अपराध को करने में गुरेज नहीं करते हैं। कई बच्चे ऐसे हैं। जो एक से ज्यादा बार किसी ना किसी अपराध में पकड़े गए हैं। बाल सुधार गृह में उनकी काउंसिलिंग भी हुई है। लेकिन वे दोबारा से ऐसे कार्य में लिप्त हो जाते हैं।

प्रमुख अपराध की घटनाओं में नाबालिग की संलिप्तता का केस स्टडी

30 अप्रैल 2017 : राज्यसभा उपसभापति कहकंशा परवीन के पति नसीमुद्दीन से 10 लाख की रंगदारी नहीं देने पर बमबाजी मामले में कई नाबालिगों बच्चों की संलिप्तता थी। पुलिस ने कई को पकड़ा भी था।

31 जुलाई 2018 : जोगसर पुलिस ने मानिक सरकार मोहल्ला स्थित एक फ्लैट से दो नाबालिग को हथियार के साथ पकड़ा था। वे लोग शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों के छात्र थे।

11 नवंबर 2018 : इशाकचक पुलिस ने 36 बोतल कफ सीरप के साथ एक नाबालिग लड़के को पकड़ा था। वह कफ सीरप लेकर किसी को पहुंचने के लिए जा रहा था।

26 नवंबर 2018 : कोतवाली पुलिस ने नाबालिग चोर गिरोह के चार लड़कों को पकड़ा था। वे लोग शहर विभिन्न मॉल से बाइक चोरी करते थे। सीसीटीवी कैमरे में भी चोरी करते उनका चेहरा कैद हुआ था।


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