Katihar Municipal Corporation : अविश्वास प्रस्ताव पारित, उपमेयर की छिन गई ताज
Katihar Municipal Corporation 24 पार्षदों में 23 ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट डाला। जबकि एक ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया।
कटिहार, जेएनएन। उपमेयर मंजूर खान पर लगे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर निगम कार्यालय के सभाकक्ष में विशेष बैठक एवं वोटिंग कराई गई। अविश्वास प्रस्ताव पर कराए गए वोटिंग में नगर निगम के 25 पार्षद ने भाग लिया। मेयर की कुर्सी खाली रहने के कारण वार्ड संख्या आठ के पार्षद पप्पू पासवान ने विशेष बैठक की अध्यक्षता की। प्रेक्षक के रूप में अपर समाहर्ता लोक शिकायत राजमोहन झा को प्रतिनियुक्त किया गया था। 24 पार्षदों में 23 ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट डाला। जबकि एक ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया। 22 मत के अंतर से उपमेयर को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। बताते चलें कि उपमेयर पर लगे अविश्वास प्रस्ताव पर 16 जून को विशेषा बैठक की तिथि निर्धारित की गई थी। 15 जून की रात तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए विशेष बैइक रद करते हुए 14 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई। इससे पूर्व 22 मार्च को मेयर के विरूद्ध लगे अविश्वास प्रस्ताव पर उच्च न्यायालय के आदेश पर वोङ्क्षटग कराई गई थी। अविश्वास प्रस्ताव पास होने पर मेयर को भी अपना पदा गंवाना पड़ा था। नगर निगम में मेयर व उपमेयर की कुर्सी खाली है। नगर निगम का सभी काम अब नगर आयुक्त ही करेंगे। निर्वाचन आयोग द्वारा तिथि निर्धारित होने के बाद मेयर व उपमेयर के रिक्त पद के लिए वोङ्क्षटग कराई जाएगी।
निगम में मेयर, उपमेयर की कुर्सी खाली
नगर निगम में मेयर व उपमेयर की कुर्सी खाली है। 22 मार्च को तत्कालीन मेयर विजय ङ्क्षसह के विरूद्ध लगे अविश्वास प्रस्ताव पर उच्च न्यायालय के आदेश पर पुर्नमतदान कराया गया था। वोङ्क्षटग में मेयर को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। वर्ष 2019 में मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। वोङ्क्षटग में अनियमिता बरते जाने को लेकर मेयर के विरोधी खेमे के पार्षदों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुनवाई के बाद न्यायालय ने पुर्नमतदान कराने का आदेश दिया था। उपमेयर के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव तत्कालीन मेयर के समर्थक निगम पार्षदों द्वारा लगाया गया था। निगम पार्षद विमल ङ्क्षसह बेगानी, अरूण यादव, कमल दास, शिवा पासवान सहित 16 निगम पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। कोरोना संक्रमण एवं लॉकडाउन के कारण उपमेयर पर लगे अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक नहीं हो पाई थी।
विशेष बैठक को लेकर पुख्ता रही सुरक्षा व्यवस्था
उपमेयर पर लगे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विशेष बैठक के लिए प्रशासनिक स्तर से सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी। निगम कार्यालय के समीप बैरिकेडिंग कर पुलिस बल को तैनात किया गया था। एसडीपीओ अमरकांत झा ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। नगर थानाध्यक्ष रंजन कुमार सिंह विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर मुस्तैद रहे।
निवर्तमान मेयर ने पासा पलटा, बढ़ी सियासी सरगर्मी
उपमेयर की कुर्सी गिराने में निवर्तमान मेयर विजय ङ्क्षसह की अहम भूमिका मानी जा रही है। बता दें कि मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने व फिर इस प्रस्ताव को पास कराने तक की मुहिम में निवर्तमान उप मेयर की अहम भूमिका रही थी। इतना ही नहीं मेयर के लिए विपक्षी खेमे में नाम भी तय था और इसको लेकर विपक्षी खेमे द्वारा हर आवश्यक तैयारी भी कर ली गई थी। विपक्षी खेमे का एक स्तंभ निवर्तमान डिप्टी मेयर भी था। निवर्तमान मेयर के विपक्षी खेमे की गोलबंदी के बीच डिप्टी मेयर का कुर्सी बचना तय माना जा रहा था। ऐसे में विजय सिंह ने मजबूत गोलबंदी के साथ डिप्टी मेयर को पटखनी दे दी है। इसके साथ अब निकट भविष्य में होने वाले मेयर चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी भी अभी से तेज हो गई है।
उपमेयर के विरूद्ध लगे अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक के बाद वोटिंग कराई गई। प्रस्ताव के पक्ष में 23 निगम पार्षदों ने तथा विरोध में एक पार्षद ने वोट किया। बहुमत के आधार पर अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ। विशेष बैठक व वोटिंग प्रक्रिया प्रावधान के अनुरूप संचालित की गई। निर्वाचन आयोग से तिथि निर्धारित होने के बाद उपमेयर का चुनाव कराया जाएगा। - मिनिंद्र कुमार, नगर आयुक्त
23 निगम पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के कारण अपना पद छोड़ रहा हूं। निगम क्षेत्र के विकास एवं आमलोगों की समस्या के समाधान को लेकर काम करता रहूंगा। - मंजूर खान, निवर्तमान उपमेयर