जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक एनएच-80 का होगा निर्माण, 57 किमी सड़क की डीपीआर तैयार
मंत्रालय की स्वीकृति बाद अपनाई जाएगी टेंडर की प्रक्रिया। 971 करोड़ की लागत से मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच 98 किमी सड़क का होना है निर्माण। दो चरणों में बनेगी सड़क मसाढ़ू पुल का भी होगा निर्माण। दूसरे चरण में मुंगेर से नाथनगर स्थाई बाइपास मोड़ तक बनेगी सड़क।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक एनएच-80 के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। एनएच विभाग के कार्यपालक अभियंता ने 57 किमी सड़क की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) सोमवार को सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के क्षेत्रीय पदाधिकारी को सौंप दी है। 971 करोड़ की लागत से मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच 98 किमी सड़क का निर्माण होना है। प्रथम चरण में जीरोमाइल से मिर्जाचौकी और दूसरे चरण में मुंगेर से नाथनगर स्थाई बाइपास मोड़ तक सड़क बनेगी।
पहले चरण में बनने वाली सड़क की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर पुल निर्माण निगम ने तीन दिन पूर्व एनएच विभाग को सौंप दी थी। 57 किमी सड़क दस मीटर चौड़ी की जाएगी। इस मार्ग में मसाढ़ू पुल का भी निर्माण होगा। पीसीसी (सीमेंट, छर्री, छड़) सड़क बनेगी। दोनों ओर फुटपाथ बनेगा। घोघा और कहलगांव में गोलंबर बनेगा। 55-60 कलभर्ट का निर्माण होना है। सड़क एक मीटर यानी तीन फीट ऊंची की जाएगी, जिसमें 575 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इस सड़क के बन जाने से भागलपुर मिर्जाचौकी मार्ग की बड़ी आबादी को एक मुकम्मल लाइफलाइन मिल जाएगा। बता दे कि इस सड़क को बदहाल हुए एक दशक गुजर गए। करीब बार सड़क का मरम्मत भी करवाया गया पर लोगों को राहत नहीं मिल। अब तो इस मार्ग से चलना ही दूभर हो गया है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार दूसरे चरण में मुंगेर से नाथनगर स्थाई बाइपास 42 किलोमीटर सड़क की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की दिशा में पहल की जाएगी। 41 किलोमीटर सड़क निर्माण में 366 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस मार्ग पर प्रतिदिन 30 से 40 हजार वाहनों का परिचालन हो रहा है। यह व्यवसायिक कार्यो का मुख्य मार्ग है।
जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक बनने वाली सड़क की डीपीआर को मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। अगले साल मार्च-अप्रैल से सड़क निर्माण शुरू करने की योजना है। दूसरे चरण में मुंगेर से स्थाई बाइपास मोड़ तक सड़क का निर्माण होना है। -मनोरंजन कुमार पांडेय, कार्यपालक अभियंता, एनएच विभाग।