भारत-नेपाल के लिए मिसाल बना नया साल 2022, कुछ यूं मनाया जश्न
टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत खनियांबाद पंचायत का चिचोरा झाड़ शनिवार को नए साल के मौके पर भारत-नेपाल के लोगों से गुलजार रहा।
संवाद सूत्र, टेढ़ागाछ (किशनगंज) : टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत खनियांबाद पंचायत का चिचोरा झाड़ शनिवार को नए साल के मौके पर भारत-नेपाल के लोगों से गुलजार रहा। यहां दिन भर पिकनिक का दौर चला। युवा जहां पिकनिक मनाने में व्यस्त थे वहीं अन्य लोग नए साल का लुत्फ उठाने यहां पहुंचे थे। वहीं डाकपोखर पंचायत स्थित खर्राबाड़ी में युवा और छोटे-छोटे बच्चे बड़ी संख्या पिकनिक मनाने पहुंचे और नववर्ष के अवसर पर खेलते-कूदते नजर आए।
बताते चलें कि खर्राबाड़ी का मनोरम ²श्य देखने लायक है। पेड़ों पर चमगादड़ों का झुंड और तोते की चहचहाहट से बगीचा लोगों के मन को मोह रहा है। यही कारण है कि लोगों ने सुबह से यहां पहुंचकर नव वर्ष का जश्न धूमधाम से मनाया। डीजे साउंड सेट, गाजे-बजे के साथ अपने-अपने मित्रों की टोली में झूमते नजर आए। स्थानीय समाजसेवी रामकुमार गिरी ने बताया कि लगभग 25 एकड़ भू भाग फैला है खर्राबाड़ी का बगीचा। जहां सैकड़ों की संख्या आम, जामुन, शिमल, कदम, पिपल आदि विशाल पेड़ आज भी मौजूद हैं। करोड़ों की वन संपदा से परिपूर्ण गौरीया नदी के तट पर पर्यावरण की छटा बिखेर रहा है। यहां पुराना काली मंदिर भी श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। दूसरी तरफ भारत-नेपाल से पहुंचे लोगों ने खूब जश्न मनाया। चिचोरा झाड़ किशनी नदी के किनारे घने जंगल के लिए प्रसिद्ध स्थल है। यहां हर वर्ष लोग भारी संख्या में पहुंचते हैं। इसलिए स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था रहती है। कोरोना संक्रमण के कारण काफी समय से लोग सरकार के सभी निर्देशों का पालन करते आ रहे हैं। इस वर्ष भी नव वर्ष के मौके पर लोगों ने कोरोना काल को भूल कर इस बार जमकर जश्न मनाया। प्रशासन के तरफ से जगह जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था। शराबबंदी को लेकर प्रशासन इस बार ज्यादा सजग था।