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डेटोनेटर लगे बम से ही नक्सलियों ने उड़ाया था मसूदन रेलवे स्टेशन, इस बार भागलपुर के इस स्‍टेशन को उड़ाने की थी साजिश

भागलपुर के मसूदन रेलवे स्‍टेशन को अपराधियों ने बम से उड़ाया था इस बार नाथनगर स्‍टेशन को उड़ाने की साजिश रची गई थी। पुलिस जांच में पता नक्‍सली गतिविधियों की भी बात सामने आ रही है। हालांकि इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 08:28 AM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 08:28 AM (IST)
डेटोनेटर लगे बम से ही नक्सलियों ने उड़ाया था मसूदन रेलवे स्टेशन, इस बार भागलपुर के इस स्‍टेशन को उड़ाने की थी साजिश
नाथनगर स्‍टेशन पर बम मिलने की सूचना पर जांच करती पुलिस। फाइल फोटो।

भागलपुर [रजनीश], नाथनगर स्टेशन पर बरामद डेटोनेटर लगे बम का इस्तेमाल ज्यादातर नक्सली ही करते हैं। पुल-पुलिया से लेकर भवन उड़ाने तक में इस तरह के बमों का इस्तेमाल किया जाता है। साढ़े तीन वर्ष पहले 2017 में नक्सलियों ने मसूदन रेलवे स्टेशन (जमालपुर-धरहरा के बीच) के पैनल कार्यालय को डेटोनेटरयुक्त बम से ही उड़ाया था। डेढ़ दर्जन नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया था। स्टेशन पैनल कार्यालय उड़ाने के लिए आधा दर्जन डेटोनेटर बम लगाए गए थे। नाथनगर रेलवे स्टेशन पर भी डेटोनेटर लगे बम और नक्सलियों के लाल रंग से लिखी पर्ची मिली है। इससे सीन पूरी तरह साफ हो गया है कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे। रेल पुलिस और खुफिया विभाग भी स्टेशन पर बम बरामदगी मामले को नक्सली एंगल से जोड़ कर अनुसंधान कर रही है।

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रेलवे रहा है सॉफ्ट टारगेट

भागलपुर से किऊल और जमुई-झाझा रेल सेक्शन नक्सली संगठनों का सॉफ्ट टारगेट रहा है। जब भी नक्सलियों की ओर से बंद की घोषणा की जाती है अथवा उनके किसी साथी की गिरफ्तारी या सजा सुनाई जाती है तो सबसे पहले वे लोग रेलवे को अपना निशाना बनाते हैं। हाल के वर्षो में भी नक्सलियों ने भागलपुर-किउल रेलखंड के कई स्टेशनों के आसपास पटरी को विस्फोट कर उड़ा चुके है। कई जगह कैबिनमैन को अगवा भी किया है। नक्सली घटना से निपटने के लिए रेलवे के पास पुख्ता इंतजाम नहीं है।

आइबी भी जताती रही है हमले की आशंका

नक्सल प्रभावित रेलखंड पर नक्सली हमले को लेकर कई बार खुफिया विभाग (आइबी) अलर्ट करती रही है। जब भी अलर्ट किया गया है, उस दौरान घटनाएं भी हुई हैं। नक्सलियों के आगे रेल पुलिस और पूरी पुलिसिया महकमा सकते में ही रहा है। नाथनगर की घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है।

नक्सल प्रभावित स्टेशन

रतनपुर, नाथनगर, धरहरा, अभयपुर, मसूदन, कजरा, धनौरी, वंशीपुर, जमुई, झाझा, सिमुतल्ला।

हाल के वर्षों में हुई घटना

-2005 : कजरा स्टेशन पर आरपीएफ जवानों पर हमला, हथियार लूटे

-2008 : वंशीपुर के पास नक्सली घटना

-2013 : रेल सुरंग के समीप इंटरसिटी की गश्ती दल पर हमला, तीन जवानों की हत्या, हथियार लूटे

- 2014 : घरहरा-अभयपुर स्टेशन के बीच पटरी काटी

- 2014 : झाझा स्टेशन के पास नक्सलियों ने रेल पटरी को उड़ाई

- 26 जनवरी 2017 : रतनपुर स्टेशन समीप पटरी से 49 पैंड्रॅाल क्लिप खोला

-20 दिसंबर 2017 में नक्सलियों ने मसूदन स्टेशन को उड़ाया

-2021 के फरवरी में नाथनगर स्टेशन पर डेटोनेटरयुक्त बम बरामद

बम बरामदगी मामले की हर एंगल से जांच चल रही है। रेल पुलिस घटना के बाद से पूरी तरह अलर्ट है। स्टेशनों और रेलवे ट्रैक पर चौकसी बढ़ा दी गई है। जल्द ही मामले का पटाक्षेप हो जाएगा।

- आमिर जावेद, रेल एसपी।  


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