आइजी ने की रणनीतिक मंत्रणा : चुनाव में नक्सली दहशत की खत्म होगी दखल
नक्सल प्रभावित भागलपुर जोन के भागलपुर बांका मुंगेर जमुई लखीसराय में नक्सलियों की एक ना चलने देने के लिए चुनाव पूर्व तगड़ी चोट दी जाएगी।
भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। बैलेट के दौर खत्म होने के बाद वोटरों को आतंकित करने के अपराधी गिरोह के दिन भले लद गए लेकिन ऐसी कोशिश नक्सली संगठन अभी भी करते हैं। चुनाव में नक्सलियों के इस दहशत की दखल खत्म करने की इस बार कारगर रणनीतिक बनी है।
नक्सल प्रभावित भागलपुर जोन के भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, लखीसराय में नक्सलियों की एक ना चलने देने के लिए चुनाव पूर्व तगड़ी चोट दी जाएगी। प्रथम चरण में जमुई लोकसभा क्षेत्र में चुनाव होने हैं। इसको लेकर जोनल आइजी विनोद कुमार ने मुंगेर डीआइजी मनु महाराज से रणनीतिक मंत्रणा कर नक्सल प्रभावित इलाके का मुआयना किया। तारापुर होते हुए बांका के नक्सल प्रभावित बेलहर, कटोरिया का भी जायजा लिया। तैयारी है कि प्रथम चरण में जमुई जिले में होने वाले लोकसभा चुनाव में देवघर-बांका-तारापुर सीमा पर विशेष चौकसी होगी।
गिद्धेश्वर पहाड़ी क्षेत्र में किसी भी हलचल का मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी है। यानी जमुई लोकसभा क्षेत्र में नक्सली हलचल को चुनाव पूर्व ही तगड़ी कार्रवाई से शांत कर देने की है। इसके लिए अद्र्ध सैनिक बलों की टुकडिय़ां, कोबरा पोस्ट के कमांडो और बिहार सैन्य बल को खास तौर पर लगाया गया है। भीमबांध में सीआरपीएफ कैंप के बन जाने से नक्सली गतिविधियों में कमी तो आई है लेकिन चुनाव में पार्टी की उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ङ्क्षहसक घटना को नक्सली अंजाम दे सकते हैं।
जमुई, मुंगेर, बांका, लखीसराय में नक्सली उन्मूलन अभियान में केंद्रीय बलों की कंपनियों की उपस्थिति के बावजूद गुरमाहा, चोरमारा, कुमरतरी, चरकापत्थल, सोनो, कजरा, धरहरा, कटोरिया, बेलहर, दुधपनियां के पहाड़ी और जंगल क्षेत्र में विशेष तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। जिस इलाके में नक्सली हलचल की संभावना है उन इलाके में उनकी मांद में ही तगड़ी चोट दी जानी है। जोनल आइजी विनोद कुमार ने बताया कि नक्सल प्रभावित इलाके में लोग निर्भय होकर चुनाव में भाग लें इसकी व्यवस्था की जा रही है। नक्सल प्रभावित इलाकों में मुंगेर डीआइजी मनु महाराज संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक भी लोगों को इस बात का भरोसा देने में लगे हैं कि पुलिस-प्रशासन उनके साथ है।
प्रतिबंधित नक्सली संगठन चुनाव बहिष्कार की करते हैं घोषणा
नक्सल प्रभावित चुनाव क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर उसे अमल में लाने का फरमान चुनावों में जारी करते रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए तैयारी है कि हर हाल में उनके फरमान अमल में ही नहीं आएं। इसके लिए नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस प्रशासन का लोगों से सीधा संवाद किया जा रहा है। प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी), माओवादी पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए), तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी), सीपीआई (एमएल-जनशक्ति) चुनाव बहिष्कार की ऐसी घोषणा कर सकते हैं।