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श्रीनगर में मारे गए अरबिंद के घर पर मातम, दिन में ही हुई थी माई से बात, रोते हुए बहन बोली रक्षाबंधन में आए थे भइया

बिहार के बांका के अरबिंद कुमार साह की हत्या के बाद उसके गांव में मातमी चित्कार पसर गई है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। बहन अपने भाई को लेकर बदहवास है। बड़ा भाई रो-रोकर बेहोश हो जा रहा है।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 08:36 PM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 09:55 AM (IST)
श्रीनगर में मारे गए अरबिंद के घर पर मातम, दिन में ही हुई थी माई से बात, रोते हुए बहन बोली रक्षाबंधन में आए थे भइया
रोते-बिलखते अरबिंद कुमार साह के स्वजन, बहन हुई बदहवास

 जागरण संवाददाता, बांका। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शनिवार को एक और बिहार के नागरिक की हत्या कर दी गई। मृतक अरबिंद कुमार साह बांका जिले का रहने वाला अरबिंद कुमार साह बताया जा रहा है। मिले पहचान पत्र से इस बात की पुष्टि की गई है। बांका जिले के अंतर्गत बाराहाट थाना क्षेत्र के परघड़ी गांव में अरबिंद की मौत की खबर मिलते ही स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्वजनों ने बताया कि अरबिंद दस साल से जम्मू-कश्मीर में काम कर रहा था। हमेशा खुश रहता था। अभी तीन माह पहले रक्षाबंधन के समय ही घर आया था।

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कोरोना से हो गई थी भाई की मौत

बाराहाट प्रखंड के पड़घड़ी गांव का 30 वर्षीय युवक अरबिंद कुमार साह शनिवार शाम श्रीनगर में आतंकी की गोली का शिकार हो गया है। शाम को श्रीनगर बाजार में गोलगप्पा बेचने के दौरान वह आंतकी का शिकार बन गया। युवक के मौत की खबर मिलते ही गांव में सनसनी फैल गई है। बाराहाट बीडीओ राजेश कुमार थानाध्यक्ष शंकर दयाल प्रभाकर भी उसके घर पर पहुंच कर स्वजनों से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार पड़घड़ी के देवेंद्र साह का पुत्र अरबिंद पिछले 10 साल से श्रीनगर में ही रहकर गोलगप्पा बेचने का काम करता था। उसके चार भाई है। उसके एक भाई बबलू साह की मौत छह महीने पूर्व कोरोना से हो गई है। अरबिंद की मां सुनैना देवी ने बताया कि वह हर दिन मोबाइल वीडियो कालिंग से बेटे से बात करता था। शनिवार दोपहर भी बेटे से बात हुई है। शाम को उसकी श्रीनगर बाजार के किसी चौक पर गोलगप्पे की दुकान लगती है।

अरबिंद के दो भाई डब्लू साह और मुकेश साह घर पर रहते हैं। दो भाई अब इस दुनिया में नहीं रहे। थानेदार और बीडीओ के घर पहुंचने पर स्वजनों ने अरबिंद का शव किसी तरह घर मंगवाने का अनुरोध किया है। ग्रामीणों ने बताया कि देवेंद्र साह के परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। सभी भाई रोजी रोटी कम परिवार चलाते थे। लाकडाउन में इस बार अरबिंद भी गांव लौट आया था। तीन महीने पूर्व ही वह काम करने वापस श्रीनगर गया था। श्रीनगर में आतंकी का शिकार बनने की खबर के बाद देर शाम से ही अरबिंद के घर पर ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई है।


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