मोबाइल उपभोक्ता व छात्रों को नहीं मिल रहा नेटवर्क, ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा
कमजोर नेटवर्क के कारण इंटरनेट के माध्यम से छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इसे दुरुस्त करना सरकार के लिए आसान नहीं है। क्योंकि सर्वर पर बढ़ते दबाव के कारण इंटरनेट सेवा कमजोर पड़ रही है। मोबाइल उपभोक्ताओं को भी बेहतर सुविधा नहीं मिल रहा है।
अररिया, जेएनएन । एक तरफ सरकार डिजिटल इंडिया, मेकइन इंडिया, शाइनिंग इंडिया के माध्यम देश को विश्व के मानस पटल पर प्रस्तुत करने के लिए कटिबद्ध है। आज के इस डिजिटल परिवेश में अधिकांश काम ऑनलाइन निपटाए जाते हैं। बावजूद विड़बना है कि अररिया जिले के सीमावर्ती क्षेत्र व ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क सेवा काफी खराब चल रहा है आम लोगों के अलावा व्यवसायी तथा ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी समस्या बनी है। नेटवर्क के तलाश में छात्र पेड़,मकान का छत या फिर दूर खलिहान को भटकते रहते हैं।
सीमावर्ती क्षेत्र के कई गांव है प्रभावित
डिजिटल के इस परिवेश में जिले के ऑनलाइन काम करने वाले लोग नेटवर्क के बिगड़े हालात के कारण काफी परेशान हैं। नेटवर्क समस्या के कारण समय पर काम नहीं निपट पाता है। कोरोना महामारी के बीच छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित है। ऐसे में लोग घरों में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। विडंबना है कोरोना महामारी के बीच नेटवर्क गड़बड़ी के कारण जिले के छात्रों की पढ़ाई पूर्णतया बाधित है। खासकर नेपाल- भारत सीमा से सटे ग्रामीण क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी समस्या है। इसके अलावा प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव में नेटवर्क नहीं रहने से ऑनलाइन शिक्षा, व्यवसाय, लेन देन, आवेदन भरना सहित कई आवश्यक कार्य प्रभावित है।
ऑनलाइन क्लास करने वाले छात्रों की बढ़ी मुश्किलें
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण पिछले नौ महीने से लॉकडाउन लगा है। ऐसे में सभी सरकारी, गैर सरकारी, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान खोलने पर पाबंदी है। बच्चे घर में ऑनलाइन क्लास के माध्यम से सिलेबस को मेकअप करने के लिए दिन रात मेहनत में लगे हैं लेकिन नेटवर्क की समस्या छात्रों के बीच उलझन पैदा कर दी है। ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क समस्या के कारण छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन पढ़ाई बिल्कुल प्रभावित है। खासकर ग्रामीण परिवेश में इसकी बहुत बड़ी समस्या है। अररिया प्रखंड के किस्मत खवासपुर, जमुआ, बटुरबाड़ी, सहासमल झमटा सहित ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश पंचायतों के दर्जनों गांव में नेटवर्क की बिगड़े हाल बच्चों को रोने पर मजबूर कर रहा है। बच्चे दूर खलिहान, बगीचे व मकान के छत पर नेटवर्क तरसते फिरते है।
जिला प्रशासन से छात्रों ने की समस्या निदान कराने की मांग
नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे छात्र छात्राओं ने जिला पदाधिकारी से इस विषम समस्या के निदान कराने की मांग की है। बताया कि सत्र बिल्कुल करीब आ चुका है। ऐसे में सिलेबस को मेंटेन करना बहुत ही जरूरी है। ऑनलाइन क्लास के लिए नेटवर्क सुविधा बहुत मायने रखता है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क सुविधा दुरुस्त कराकर पढ़ाई व्यवस्थित कराने की मांग की गई है।