सुबह से रात तक चला गर्डर चढ़ाने का काम, यात्री रहे परेशान
जंक्शन पर रविवार को गर्डर चढ़ाने के लिए गए 15 घंटे के मेगा ब्लॉक से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अप और डाउन में दो जोड़ी ट्रेनें भागलपुर नहीं आई। ये ट्रेनें सबौर और नाथनगर से ही लौट गईं। ऐसे में यात्रियों को दोहरी मार झेलनी पड़ी।
भागलपुर। जंक्शन पर रविवार को गर्डर चढ़ाने के लिए गए 15 घंटे के मेगा ब्लॉक से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अप और डाउन में दो जोड़ी ट्रेनें भागलपुर नहीं आई। ये ट्रेनें सबौर और नाथनगर से ही लौट गईं। ऐसे में यात्रियों को दोहरी मार झेलनी पड़ी। सड़क मार्ग से लोग नाथनगर जाकर ट्रेन संख्या 73429/30 जमालपुर-भागलपुर पैसेंजर में सवार हुए।
वहीं, 53037/38 भागलपुर-साहिबगंज पैसेंजर सबौर स्टेशन से ही लौट गई। जबकि, 05502 सहरसा-भागलपुर फास्ट पैसेंजर सहरसा से दो घटे लेट से चली। 53403 रामपुरहाट-गया पैसेंजर डेढ़ घंटे विलंब से जंक्शन आई। ट्रेन परिचालन अस्त-व्यस्त होने से जनसेवा एक्सप्रेस, मालदा इंटरिसटी और वर्द्धमान पैसेंजर में यात्रियों की काफी भीड़ रही। पहले फेज पर तीन और चार नंबर प्लेटफॉर्म बंद
जंक्शन पर बन रहे नए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) पर गर्डर चढ़ाने का काम सुबह 8.30 से शुरू हो गया। इसके लिए रेलवे ने साहिबगंज से 140 टन के क्रेन की व्यवस्था की थी। क्रेन के सहारे गर्डर को एफओबी पर रखा गया। पहले फेज में तीन और चार नंबर पर यह काम हुआ। डेढ़ बजे तक दोनों प्लेटफॉर्म पर काम पूरा कर लिया गया। इस कारण चार घंटे के अंदर दोनों प्लेटफॉर्म से ट्रेन परिचालन पूरी तरह बंद रहा। दूसरे प्लेटफॉर्म से ट्रेनों को पार कराया गया।
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11 घंटे एक और दो नंबर प्लेटफॉर्म ब्लॉक
दूसरे फेज में दोपहर डेढ़ बजे से रात साढ़े 12 बजे तक एक और दो नंबर प्लेटफॉर्म पर गर्डर चढ़ाया गया। इस दौरान दोनों प्लेटफॉर्म से चलने वाली ट्रेनें तीन और चार नंबर से खुलीं। एरिया ऑफिसर आलोक कुमार, एसएस समर सिंह, चीफ यार्ड मास्टर प्रमोद कुमार और निर्माण विभाग के अधिकारी कार्यो का देखरेख करते रहे।
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कई ट्रेनें दूसरे प्लेटफॉर्म से गई
अमूमन एक नंबर प्लेटफॉर्म से खुलने वाली ट्रेनों को तीन और चार नंबर प्लेटफॉर्म से गुजरीं। सुपर एक्सप्रेस, गया-हावड़ा, एक्सप्रेस, मालदा इंटरसिटी, ब्रह्मापुत्र मेल को तीन और चार नंबर से पार कराया गया।