PulwamaTerror Attack : कॉलेज में तिरंगा लेकर सबसे आगे रहते थे शहीद रतन
पुलवामा हमले में शहीद हुए रतन के शुरू से देशभक्त थे। उनकी देशभक्ति की कहानी यहां आज चर्चा में रही। शहादत से रतनपुर में गर्व का माहौल हैं। लोगों में पाक व आतंकवाद के खिलाफ रोष दिखा।
By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 04:09 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 09:11 PM (IST)
भागलपुर [जेएनएन]। अदलपुर गांव के चुनचुन प्रसाद सिंह अब गांव में ही रहते हैं। एसएसबी कॉलेज से वर्ष 2010 में क्लर्क पद से रिटायर्ड हो चुके हैं। गांव में मिले तो बताने लगे शहीद रतन इंटर की पढ़ाई करने कॉलेज में आए तो 26 जनवरी, 15 अगस्त मौके पर तिरंगा झंडा लेकर सबसे आगे रहते थे। उसके अंदर देश सेवा की ललक स्कूली जिंदगी से ही दिखाई देने लगी थी।
एनसीसी लेने के लिए जो ललक रतन में थी वह अन्य लड़कों में नहीं थी। एनसीसी की ड्रेस भी कायदे से पहनते थे और समेट कर रखता थे। ड्रेस में वह अक्सर सेल्यूट मारता थे। जब कभी मुलाकात होने पर बोलते थे कि हमारी एक ही तमन्ना कि देश सेवा के लिए मौका मिल जाए।
इसके लिए दौड़ लगाते थे। दौड़ में उसकी कोई सानी नहीं था। दौड़ते और तिरंगा लहराते आखिरकार वह 2011 में सीआरपीएफ में योगदान दे दिया। देश के लिए न्यौछावर होने का सर्वोच्च सम्मान का मुकाम पा लिया। चुनचुन प्रसाद सिंह को रतन की शहादत पर गर्व है।
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