इलेक्शन एक्सप्रेस : कई यात्रियों ने एनडीए तो कुछ ने महागठबंधन की बनाई सरकार
ट्रेन के लगभग सभी बोगियों में चुनावी चर्चा ही होती रही। यात्री सफर के दौरान जीत-हार का आकलन करते दिखे। लोग एक-दूसरे पार्टियों पर आरोप लगा रहे थे।
भागलपुर [रजनीश]। लोकसभा चुनाव अब चरम पर है। अगले सप्ताह 11 अप्रैल को बिहार सहित दूसरे राज्यों में पहले चरण की वोटिंग होनी है। पीएम, सीएम से लेकर दूसरे दल के नेता लगातार चुनावी दौरा कर रहे हैं। दिल्ली जाने वाली ट्रेन में सफर करने वाले यात्री भी इस बार कौन बनेगा पीएम तय कर रहे हैं। दैनिक जागरण ने मंगलवार को भागलपुर से आनंद विहार टर्मिनल जाने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस में यात्रियों का मिजाज जानने की कोशिश की।
दोपहर 1 बजकर 50 मिनट। भागलपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर गरीब रथ एक्सप्रेस खड़ी थी। ट्रेन में सवार होने के लिए बड़ी संख्या में महिला, पुरुष, बुजुर्ग और बच्चे अपने-अपने कोच खोज रहे थे। ट्रेन एक घंटे विलंब थी। 2.15 तक लगभग सभी लोग अपने-अपने बर्थ पर पहुंच गए थे। यात्री धीरे-धीरे अपने लगेज को स्थान दे रहे थे। ठीक 2.30 बजे गरीब रथ का पहिया घूमा।
कोच संख्या जी-5 में सवार कुछ यात्री चुनावी की चर्चा करने लगे हैं। चुनाव पर चर्चा शुरू होते ही ऊपर के बर्थ पर बैठे यात्री भी इसमें कूद जाते हैं। यात्री भागलपुर सीट से लेकर देश के सीटों पर जीत-हार का आकलन करते दिखे। कोच के बर्थ नंबर 28 से 36 के बैठे यात्री मिथलेश कुमार कहते हैं कि एनडीए को पांच साल और मौका मिलना चाहिए। इस पर कुछ यात्री भी समर्थन करते हैं।
इस बीच बगल में 38 नंबर बर्थ पर बैठे कुछ यात्रियों ने कहा कि एनडीए की सरकार उद्योग पतियों की सरकार है। जब-जब देश में एनडीए की सरकार आई है तो महंगाई बढ़ी है। इस बात पर पास के सीट पर बैठे शुभम ने कहा कि कुछ भी हो देश का पीएम काफी सशक्त है। कुछ भी हो इस बार भी पीएम मोदी ही बनेंगे। यात्री अरविंद कुमार ने कहा कि देश को मोदी की जरूरत है। हाल ही में हुए सर्जिकल स्ट्राइक के कारण देश का क्रेज पूरे विश्व में बढ़ा है। घड़ी की सूई 2.56 पर पहुंच गई थी और ट्रेन सुल्तानगंज स्टेशन के दो नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ी होने वाली थी।
15 लाख नहीं आए, फिर भी मोदी ही
एक 67 साल के एक बुजुर्ग ने कहा मोदी जी का 15 लाख आपके अकाउंट में आया है क्या? इसके जवाब में मल्टी नेशनल कंपनी में काम करने वाले पवन कुमार ने कहा की 15 लाख आए ना आए लेकिन मोदी इस बार जरूर आएंगे। ट्रेन के लगभग सभी बोगियों में चुनावी चर्चा ही होती रही। यात्री सफर के दौरान जीत-हार का आकलन करते दिखे।