राज्यसभा और विधानसभा में उठाए गए इस क्षेत्र के कई मुद्दे, जानिए Bhagalpur News
फरक्का बराज की वजह से बिहार-झारखंड के गांवों में हर साल बाढ़ की समस्या और तिमांविवि में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि का मुद्दा राज्यसभा और विधानसभा में उठाया गया।
भागलपुर [जेएनएन]। राज्यसभा और विधानसभा क्षेत्रों में भागलपुर सहित आसपास के कई मुद्दे उठे। राज्य सभा में सांसद कहकशां परवीन ने तथा विधानसभा में विधायक वर्षा रानी के जनहित के कई मुद्दों पर सदन का ध्यान आकृष्ट कराया।
फरक्का बराज के कारण हो रही हर साल तबाही
फरक्का बराज की वजह से बिहार-झारखंड के गांवों में हर साल बाढ़ की समस्या का उल्लेख करते हुए सांसद कहकशां परवीन ने राज्यसभा में मंगलवार को यह सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस बराज के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार ध्यान आकृष्ट कर रहे हैं। सरकार का करोड़ों रुपया हर साल बाढ़ से बचाव पर खर्च होता है, इसके बाद भी समस्या इतनी गंभीर है कि तबाही मचती है। पर्यावरण विशेषज्ञों ने भी इसकी आवश्यकता की समीक्षा किए जाने की सलाह दी है। बराज के कारण पानी का बहाव रुकने के कारण बाढ़ की समस्या पैदा होती है। गंगा में हर साल 80 करोड़ टन गाद जमा हो रही है। इसका दुष्प्रभाव यह है कि मछलियां विलुप्त हो चली हैं। बाढ़ और कटाव के कारण गांव के गांव गंगा में समा रहे हैं, क्योंकि पानी के बहाव का रास्ता रुक गया है। उन्होंने सरकार से इस पर तत्काल कदम उठाने की मांग की।
विधानसभा में गूंजा टीएमबीयू के अतिथि शिक्षकों के वेतन वृद्धि का मामला
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि को लेकर बिहपुर की विधायक वर्षा रानी ने विधानसभा में सवाल उठाया। विधायक ने यूजीसी के नियम का हवाला देते हुए कहा कि अतिथि शिक्षकों का प्रति कक्षा 1500 रुपये या प्रति माह अधिकतम 50 हजार रुपये तक भुगतान करने का प्रावधान है, लेकिन इसका लाभ तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को नहीं मिल रहा है। वहीं, अतिथि शिक्षकों के हित में विधायक द्वारा उठाए गए सवाल का टीएमबीयू के अतिथि शिक्षक संघ ने स्वागत किया है। संघ के अध्यक्ष डॉ. आनंद आजाद, डॉ. अमरेंद्र कुमार, डॉ. सत्यम शरणम, डॉ. अरसदूज्जमा, डॉ. पवन कुमार, डॉ. आनंद यादव, डॉ. अभिषेक आनंद एवं डॉ. विश्वनाथ आदि ने विधायक के प्रति आभार जताया।