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मनरेगा में 100 दिनों के रोजगार की कड़ी चुनौती

बेरोजगारी से जूझ रहे भागलपुर में प्रवासी मजदूरों को रोजगार देना कड़ी चुनौती है। पेश है एक रिपोर्ट ..

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 10:25 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 10:25 PM (IST)
मनरेगा में 100 दिनों के रोजगार की कड़ी चुनौती
मनरेगा में 100 दिनों के रोजगार की कड़ी चुनौती

भागलपुर [नवनीत मिश्र]। बेरोजगारी से जूझ रहे भागलपुर में प्रवासी मजदूरों के आगमन के बाद स्थिति और गंभीर होने की आशंका है। सरकार और प्रशासन के दावों के उलट, स्थिति यह है कि गांवों में अभी तक रोजगार का सृजन नहीं हो पाया है। मनरेगा से काम मिलने की आस जरूर है, लेकिन सच्चाई यह है कि पूर्व के जॉबकार्ड धारी मजदूरों को ही अभी साल में 100 दिनों का काम नहीं मिल पाया है। पास के लखीसराय जिले में पिछले वित्तीय वर्ष में मात्र 182 मजदूरों को ही 100 दिनों का काम मिल पाया था।

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दूसरे राज्यों से जिले में अब तक 36 हजार से अधिक प्रवासी लौटे हैं। इनसे कहीं अधिक प्रवासी लौटने वाले हैं। ऐसे में प्रवासी चिंतित हैं कि काम नहीं मिलने पर वह अपने परिवार का भरण-पोषण कैसे करें। बदली स्थिति में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आमूल-चूल बदलाव की संभावना दिख रही है। गांवों में रोजगार के साधन बढ़ सकते हैं। साथ ही सरकार का दावा है कि मनरेगा और जल-जीवन-हरियाली योजना से रोजगार के अवसर मिलेंगे। हर पंचायत में तालाब की खोदाई, सोख्ता निर्माण, पौधारोपण, बांध व चेकडैम निर्माण में रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं। पौधों की देखरेख के लिए वनपोषक भी रखे जाएंगे। अभी जिले में 30,882 मजदूरों से काम लिया जा रहा है। इनमें मात्र 1200 प्रवासियों को ही काम मिल पाया है। तीन हजार से अधिक प्रवासियों को कैंप लगाकर जॉबकार्ड दिया गया है। 441 योजनाओं पर काम शुरू हो गया है और 1100 योजनाओं पर काम शुरू होने वाला है। केंद्र सरकार ने जिले में नौ हजार योजनाओं पर काम शुरू कराने के लिए कहा है। गोट खरीक पंचायत की मुखिया रोजी कुमारी का कहना है कि अभी काफी कम प्रवासी पहुंचे हैं। जो आएंगे, उन्हें काम दिया जाएगा। मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि बाहर से लौटे लोग यदि काम करना चाहेंगे, तो उन्हें जॉबकार्ड दिया जाएगा।

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:- खास बातें

- एक लाख 48 हजार हैं जिले में कुल जॉबकार्ड धारी

- अब तक दूसरे राज्यों से लौटे 36,000 प्रवासी

- 177 की जगह अब 194 रुपये मिलेंगे मनरेगा मजदूरों को

- एक एकड़ से कम क्षेत्र वाले तालाब की खोदाई होगी

- 3900 तालाबों का होगा जीर्णोद्धार

- 3000 से अधिक प्रवासियों का बना जॉब कार्ड

- 1500 प्रवासियों को मिला काम

- जिले में लगेंगे चार लाख 79 हजार पेड़

- एक हजार से अधिक वनपोषक कार्यरत

- 1100 योजनाओं पर जल्द शुरू होगा काम

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प्रखंड इतने प्रवासियों को मिले जॉबकार्ड

पीरपैंती 205

सुल्तानगंज 300

गोराडीह 125

इस्माइलपुर 054

जगदीशपुर 104

शाहकुंड 355

कहलगांव 650

खरीक 030

सन्हौला 300

नाथनगर 300

सबौर 255

गोपालपुर 040

नवगछिया 50

नारायणपुर 28


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