अब जेएलएनएमसीएच में सर्जरी करा नाक को बनाएं सुंदर, कूल्हा का प्रत्यारोपण भी संभव
अस्पताल में पहली बार राइनोप्लास्टी सर्जरी कर युवक की नाक को सीधा और सुंदर बनाया जा सकता है। वहीं, कूल्हा का प्रत्यारोपण यहां होने लगा है। कान के फटे पर्दे का भी इलाज संभव है।
भागलपुर (जेएनएन)। जेएलएनएमसीएच में पहली बार राइनोप्लास्टी सर्जरी कर युवक की नाक को सीधा और सुंदर बनाया गया। इसके अलावा हड्डी रोग विभाग में कूल्हा का प्रत्यारोपण भी किया जाने लगा है। राइनोप्लास्टि सर्जरी करवाने में निजी क्लीनिक में 80 हजार से एक लाख रुपये खर्च होते हैं।
दो माह पूर्व जेएलएनएमसीएच में आयोजित कार्यशाला में अन्य राज्यों से आए ईएनटी विशेषज्ञों ने राइनोप्लास्टी सर्जरी की थी। ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि जेएलएनएमसीएच के चिकित्सकों ने उक्त सर्जरी को सीखा और पहली बार 24 नवंबर को घोघा निवासी 20 वर्षीय अतुल कुमार का डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने ऑपरेशन कर नाक सीधी की।
डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि अतुल अस्पताल के आउटडोर में इलाज करवाने आया था। सर्जरी से ही उसकी नाक सीधी हो सकती थी। ऑपरेशन में तीन घंटे लग गए। अतुल को डॉ. शहजाद ने बेहोश किया। डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि अतुल कुमार की नाक टेढ़ी थी। कान से कार्टिलेज का कुछ हिस्सा लेकर नाक में जोड़कर उसे सीधा किया गया। बताते चलें कि कान के फटे पर्दे का ऑपरेशन भी अस्पताल में किया जाने लगा है।