Top Bhagalpur News of the day, 19th November 2019, सृजन घोटाला, अंडर 17 राज्यस्तरीय क्रिकेट मैच, गांधी के विचार
Top Bhagalpur News of 19th November 2019। भागलपुर की टॉप Top Three खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।
भागलपुर [जेएनएन]। 19th November 2019 को जिले की कुछ महत्वपूर्ण खबरें।
सृजन घोटाला
सिविल सर्जन विजय कुमार सिंह ने विभाग को पत्र लिखकर सृजन घोटाला को लेकर निलाम पत्र वाद की सुनवाई 19 नवंबर को होने की सूचना दी है। सृजन घोटाला मामले में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव ने जिला प्रशासन से सर्टिफिकेट केस मामले में हुई कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट मांगी है। एक सप्ताह में कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। वहीं, छपाई को लेकर सरकार से आई राशि को भी सृजन के खाते में भेज दिया गया था। यह मामला तब उजागर हुआ, जब भोपाल की कंपनी ने बकाये रुपये की मांग की। सृजन में राशि दस वर्ष पूर्व ट्रांसफर हुई है। राज्य सरकार ने छपाई को लेकर दो लाख 53 हजार रुपये राजस्व विभाग को दिया था।
अंडर 17 राज्यस्तरीय क्रिकेट मैच
सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम में मंगलवार को सुबह साढ़े सात बजे राज्यस्तरीय विद्यालय क्रिकेट बालक वर्ग अंडर 17 मैच का उद्घाटन जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार किया। स्टेडियम में 60 यार्ड का मैदान तैयार किया गया है। यहां दो टर्फ पिच तैयार किया गया है। सैंडिस के बाहरी मैदान में एक पिच पर मैच होगा। इस प्रतियोगिता में 646 खिलाड़ी और प्रभारी शामिल होंगे।
आज इनके बीच हुआ मुकाबला
कैमूर बनाम खगडिय़ा : स्टेडियम
दरभंगा बनाम शिवहर : सैंडिस मैदान
सारण बनाम नालंदा : स्टेडियम
जमुई बनाम भोजपुर : सैंडिस मैदान
गांधी के विचार
अब पूरे देश में गांधी विचार विषय का पाठ्यक्रम एक जैसा होगा। भारतीय गांधी अध्ययन समिति की आम सभा में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। समिति के 42वें राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन मंगलवार को हुई सभा में महात्मा गांधी के विचार के प्रचार-प्रसार का मसला छाया रहा। कहा गया कि देश के करीब 25 विश्वविद्यालयों में गांधी विचार की पढ़ाई होती है। इसके लिए लिए केंद्रीय स्तर पर एक पाठ्यक्रम तैयार किया जाए। डॉ. वसंत के प्रस्ताव पर गांधी विचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार को इसकी जिम्मेदारी दी गई। इसके लिए जल्द ही गांधी विचार विभाग में देश के विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों की बैठक होगी। पाठ्यक्रम का स्वरूप तय करने के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से इसकी अनुशंसा की जाएगी। इसके साथ ही देश भर चल रहे सौ से अधिक गांधी अध्ययन केंद्रों के लिए भी एक समान पाठ्यक्रम बनाने का निर्णय लिया गया।