महानंदा के जलस्तर में अब भी वृद्धि जारी, इन नदियों ने दिखाई नरमी
बुधवार को महानंदा का जलस्तर झौआ में 31.06 मीटर बहरखाल में 30.70 मीटर आजमनगर में 29.80 मीटर धबौल में 29.10 मीटर रहा।
कटिहार, जेएनएन। पिछले 24 घंटे के भीतर महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्ध् ि दर्ज की गई है। यद्यपि नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। गंगा, कोसी के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। दार्जिङ्क्षलग हिल एरिया में भारी बारिश के कारण महानंदा का जलस्तर बढऩे लगा है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को महानंदा का जलस्तर झौआ में 31.06 मीटर, बहरखाल में 30.70 मीटर, आजमनगर में 29.80 मीटर, धबौल में 29.10 मीटर, कुर्सेल में 31.10 मीटर, दुर्गापुर में 28.05 मीटर तथा गोङ्क्षवदपुर में 26.66 मीटर दर्ज किया गया है। महानंदा के जलस्तर में 35 सेमी तक की वृद्धि दर्ज की गई है। गंगा नदी का जलस्तर गोङ्क्षवदपुर मे 26.66 मीटर तथा काढ़ागोला में 29.30 मीटर दर्ज किया गया है। गंगा के जलस्तर में चार सेमी तक की कमी दर्ज की गई है। एनएच के समीप डुमर में बरंडी नदी खतरे के निशान से नीचे 30.43 मीटर तथा कुरसेला ब्रिज के समीप कोसी नदी का जलस्तर 29.65 मीटर दर्ज किया गया है।
वहीं, नेपाल सहित प्रखंड क्षेत्र में बीते दो दिनों से हुई मूसलाधार बारिश से क्षेत्र से होकर बहने वाली बकरा व रतवा नदी के जल स्तर में बुधवार को अप्रत्याशित वृद्धि ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली बकरा नदी के जल - स्तर में हुई वृद्धि से नदी का पानी आधा दर्जन गांवों के निचले इलाकों में फैल गया है। साथ ही कई ग्रामीण सड़कों के आर- पार पानी बहने से यातायात प्रभावित होने लगा है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली बकरा नदी के जल स्तर में हुई अप्रत्याशित वृद्धि से नदी का पानी छपनियां, भट्टाबाड़ी, धर्मगंज, जरियाखाड़ी, बकेनियां पासवान टोला, कोढ़ैली पश्चिम पार सहित अन्य गांवों के निचले इलाकों में फैल गया है। जिससे किसानों के खेतों में लगी धान की फसल डूब गई है। साथ ही धर्मगंज से बकेनियां घाट जाने वाली सड़क, धर्मगंज से पिपरा कोठी जाने वाली सड़कों पर पानी बहने से यातायात प्रभावित होने लगा है।